देश के सबसे लंबे व अधिक ऊंचाई से गुजरने वाली दिल्ली-केलांग-लेह रूट पर हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सेवा कुछ दिनों बाद आरंभ होने वाली है। बस मार्ग दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल होने के इंतजार में हिमाचल पथ परिवहन निगम केलांग डिपो है। जैसे ही बीआरओ की तरफ मार्ग दोनों तरफ वाहनों की आवजाही के लिए खुलने की सूचना मिलेगी, तो एचआरटीसी केलांग डिपो प्रबंधन बस सेवा आरंभ करेगा। यह मार्ग लगभग करीब नौ माह बंद था, लेकिन अब यातायात के लिए बहाल होने के बाद एचआरटीसी इस रूट पर अपनी बस सेवा आरंभ करेगा। देश के सबसे लंबे रूप में यात्री लेह से दिल्ली 1026 किलोमीटर का सफर मात्र 30 घंटों की समय अवधि में 1740 रुपए में कर सकेंगे। बस शुरू होते ही बाहरी राज्यों के सैलानी दिल्ली से लेह के लिए एचआरटीसी बस में सफर कर यहां की वादियों को आसानी से कर सकेंगे। दिल्ली से लेह तक का सफर अब अटल टनल बनने के बाद अब 36 के बजाय 30 घंटों में होता है।
बर्फ से लकदक पहाडिय़ों से गुजरने वाली इस बस सेवा का अलग ही रोमांच है। पर्यटक व स्थानीय लोग लंबे समय से इस बस सेवा का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं, अब उन्हें जल्द सुविधा मिलने वाली है। उधर, हिमाचल पथ परिवहन निगम केलांग आरएम राधा देवी ने कहा कि मनाली-लेह और लेह-मनाली के बीच बस सेवा जल्द शुरू होगी। एचआरटीसी प्रबंधन को मार्ग ट्रैफिक के लिए दोनों तरफ खुलेंगे का इंतजार है। जैसे ही मार्ग पर दोनों तरफ वाहन दौड़ेंगे, तो एचआरटीसी की बस सेवा भी तुरंत शुरू की जाएगी। 30 घंटे के इस रूट पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश के साथ लेह-लद्दाख घूमने का अवसर मिलता है। वहीं, इससे पहले विश्व पटल में प्रसिद्ध पर्यटन नगरी मनाली, सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग सहित लाहुल घाटी का पर्यटक दीदार करेंगे।
यहां रास्तों में होते हैं ऊंचे-ऊंचे दर्रों के दीदार
दिल्ली-लेह मार्ग पर सैलानी 16500 फीट ऊंचे बारालाचा दर्रे, 15547 फीट ऊंचे नाकुला दर्रे, 13480 फीट तंगलांग ला और 16616 फीट ऊंचे लाचुंगला दर्रे का दीदार करते हैं। यहां पर सैलानियों के लिए थोड़ी देर बस को रोका जाता है और सैलानी दर्रे पर फोटोग्राफी का मजा लेते हैं।