हिमाचल प्रदेश लगातार बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन से 150 से ज्यादा सडक़ें और 334 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। ऐसे में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने सरकार से फरियाद लगाई है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान किया जाए। मौसम विभाग के अनुसार 12 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान है। आठ और नौ जुलाई को मानसून की गति थोड़ी धीमी होगी। दस जुलाई से मानसून फिर सक्रिय होगा। वहीं, धर्मशाला में शनिवार रात को सबसे ज्यादा 214.6 एमएम बारिश हुई। पालमपुर में 212.4, कांगड़ा में 157.6, जोगिंद्रनगर में 169.0, बैजनाथ में 142.0, जोत में 95.4, नगरोटा सूरियां में 90.2 सुजानपुर में 72.0, धौलाकुआं में 70.0, घमरूर में 68.2, नादौन में 63.0 एमएम और बरठीं में 58.8 एमएम बारिश हुई है। वहीं, सिरमौर के धौलाकुआं में 70, बिलासपुर के बरठीं में 58.8, ऊना में 50.6 एमएम वर्षा दर्ज की गई है।
प्रदेश में कहां, कितना तापमान
शिमला 22.5, सुंदरनगर 32.5,भुतर 33.4, कल्पा 20, धर्मशाला 27.5, ऊना 34.4, नाहन 27.4, केलांग 22.7, सोलन 29, मनाली 25.2, कांगड़ा 31.4, मंडी 31.6, बिलासपुर 36.6, हमीरपुर 33.4, चंबा 32.2, जुब्बलहट्टी 27, कुफरी 19.3, नारकंडा 19.5 व रिकांगपिओ 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है।
जुलाई में अब तक सामान्य से 106 प्रतिशत अधिक बारिश
प्रदेश में जुलाई माह में छह दिनों के दौरान 72 एमएम वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 106 प्रतिशत अधिक है। कांगड़ा में अब प्रदेश में सबसे अधिक करीब 240 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 206 प्रतिशत अधिक है। मंडी में 195 एमएम वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से प्रदेश में सबसे अधिक 281 प्रतिशत अधिक दर्ज की गई है। लाहुल-स्पीति में सामान्य से सबसे कम 77 प्रतिशत कम और किन्नौर में सामान्य से 35 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है।