मौसम हुआ सुहाना
जिला मंडी में लंबे अंतराल के बाद बुधवार को दोपहर बाद हुई बारिश से किसानों बागवानों के चेहरे खिल उठे और लोगों को मार्च माह में बढ़ती गर्मी से राहत मिली। गर्मी की वजह से कुछ किसानों की गंदम, मटर आदि की फसलें सूखने के कगार पर थी। बारिश होने से उन्हें संजीवनी मिल गई। बारिश से किसान अब सेब के पौधों में यूरिया, कैल्शियम नाइट्रेट, यारामिला कांप्लेक्स खाद डालने में जुट गए। सूखे के कारण बागवान सेब के पौधों में नाइट्रोजन और पोटाश नहीं डाल पाये थे। डॉक्टर शरद गुप्ता का कहना है कि फलदार पौधों का जीवन लंबा होने के कारण उनमें पोषक तत्व के रुप में अच्छी फसल के लिए आवश्यक तत्वों की उपलब्धता के लिए जमीन में पर्याप्त नमी होना जरूरी है।
डॉक्टर शरद गुप्ता का यह भी कहना है कि यदि लंबे समय तक वातावरण में नमी बनी रहती है तो बागवान नमी की अवस्था में एच एम ओ का स्प्रे न करें। इस स्प्रे को करने का उपयुक्त समय ग्रीन टीप से लेकर टाईट कलक्टर तक है। प्रगतिशील बागवान रजनी रावत, डॉक्टर किशोरीलाल शर्मा, डॉक्टर जगदीश शर्मा,चमन लाल गुप्ता, सुरेश शर्मा,सुमीत गुप्ता, नानक चंद, टीसी ठाकुर, मनोज शर्मा, मनोहर गुलेरिया, नरेश महाजन, हेमराज गुप्ता, हीरालाल महाजन आदि ने कहा बारिश ने सेब की खेती, बादाम, आड़ु, खुबानी, पलम, ब्लैक अंबर, मटर,गंदम व सब्जी उत्पादन में संजीवनी बूटी का काम किया हैं,तथा जितनी बारिश होगी उतना ही सेब की फसल को फायदा पहुंचेगा व किसानों,बागवानों को आर्थिक लाभ भी होगा।