शराब की दुकानों
राज्य में शराब की दुकानों की नीलामी कर सरकार 2500 करोड़ से ज्यादा की आय कमाएगी। लोगों को अभी के मुकाबले शराब के लिए ज्यादा पैसा देना होगा। कहने का मतलब यह है की शराब महंगी हो गई है। सरकार ने कोरोना खत्म होने के बाद इस सेस को खत्म कर दिया है। इसके साथ ही मिल्क सेस लगा दिया है। इसकी दर 10 रुपये प्रति बोतल की दर से लागू की जानी प्रस्तावित है।
राज्य में आबकारी नीति को पांच साल के बाद बदला जा रहा है। पांच सालों तक लगातार ही राज्य में आबकारी नीति के तहत शराब की दुकानों का नवीकरण किया जा रहा था। अब दुकानों की नीलामी कर इससे होने वाली आय को बढ़ाया जाना है।
मिनी बार बनाने की सुविधा
राज्य में शराब पर गौ सेवा के नाम पर लगने वाले सेस को पहले की तरह जारी रहेगा। राज्य में थ्री स्टार व इससे ऊपर के सभी होटलों के कमरों में मिनी बार बनाने की सुविधा नई पालिसी ने सरकार ने दी है।
2500 करोड़ से ज्यादा होगा इजाफा
राज्य में विभाग की ओर से कैबिनेट में 10.6 फीसद बढ़ोतरी के साथ 2357 करोड़ की आय का प्रस्ताव लाया था, लेेकिन कैबिनेट ने विभाग को 15 से 18 प्रतिशत का इजाफा कर इसे 2500 करोड़ से ज्यादा तक पहुंचाने का लक्ष्य दिया है। विभाग का दावा है कि शराब महंगी न हो, इसके लिए कुछ फीस कम भी की गई हैं।