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भानुपल्ली-बैरी-बिलासपुर रेल लाइन का निर्माण कार्य गति पकड़ रहा है। रेल लाइन निर्माण के लिए पंजाब से हिमाचल के जिला बिलासपुर के बैरी क्षेत्र तक कुल 20 सुरंगें बनाई जाएंगी। हालांकि कुछ सुरंगों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस परियोजना पर इन दिनों 16 सुरंगों का निर्माण कार्य चल रहा है।
हरियाणा की दिलीप कंस्ट्रक्शन कंपनी इस परियोजना की तीन प्रमुख सुरंगों का निर्माण कर रही है और कार्य में तेजी के लिए उन्होंने कंट्रोल ब्लास्टिंग की अनुमति ली थी। प्रशासन की तरफ से उन्हें इसकी अनुमति दी गई है। अब 24 घंटों के अंतराल में कभी भी ब्लास्ट कर सकते हैं। यही वजह है कि उन्होंने स्थानीय लोगों समेत बाहर से आने वाले वाहन चालकों को कंस्ट्रक्शन साइट से दूर रहने के लिए कहा है।
कंस्ट्रक्शन कंपनी ने मांगी थी अनुमति
इस कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रशासन से ब्लास्टिंग की अनुमति मांगी गई थी। प्रशासन ने अनुमति दी है। अब नियम व शर्तों को पूरा करने के बाद ब्लास्टिंग कर रहे हैं। लोगों से आग्रह है कि कंस्ट्रक्शन साइट से दूर रहें। हालांकि इंजीनियरों की ओर से कंट्रोल्ड ब्लास्टिंग की जाती है, जिसमें घबराने की जरूरत नहीं होती। -राकेश आनंद, पीआरओ, डीबीएल कंपनी
फोरलेन निर्माण का कार्य भी प्रगति पर
शॉर्टकट से करें परहेज कंपनी की एडवाइजरी के मुताबिक लोगों को फोरलेन से अभी शॉर्टकट नहीं लेना चाहिए। इससे दोनों परियोजनाओं का कार्य प्रभावित हो रहा है। रेल लाइन निर्माण के साथ कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है। ऐसे में यह फोरलेन भगेड़ से मंडी भराड़ी पुल तक खोल दिया गया है और इसका अधिकतर कार्य आगे भी पूरा कर दिया गया है, लेकिन अभी तक इसे आधिकारिक रूप शुरू नहीं किया गया है। बावजूद इसके अधिकतर वाहन इस रूट को इस्तेमाल कर रहे हैं।
63 किलोमीटर में 20 सुरंगें
पंजाब के भानुपल्ली से बिलासपुर के बैरी तक 63 किलोमीटर रेल लाइन तैयार की जा रही है। इस मार्ग का अधिकतर हिस्सा सुरंगों और पुलों से होकर ही है। मार्ग पर कुल 20 सुरंगें हैं। हालांकि सात सुरंगें बन कर तैयार हो चुकी हैं, जिनमें तीन पंजाब और चार हिमाचल में हैं। रेल लाइन के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य मार्च, 2025 तक रखा गया है। इस मार्ग पर सबसे लंबी सुरंग 14 नंबर है जिसकी कुल लंबाई चार किलोमीटर होगी।