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हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष आठ हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश पर छह जिलों में हेलीपोर्ट बनाने के लिए उपायुक्तों ने भूमि चयनित कर ली है। पहले चरण में आठ हेलीपोर्ट निर्माण किया जाएगा। भूमि चयन का कार्य पूरा होने के बाद प्रस्ताव केंद्रीय नागरिक उडडयन एवं पर्यटन मंत्रालय को भेजा जाएगा। पवन हंस कंपनी पहली मार्च से हेलीपोर्ट संबंधी कंसलटेंसी का कार्य शुरू करेगी। केंद्र सरकार हेलीपोर्ट निर्माण के लिए निर्धारित मापदंडों के तहत राज्य को बजट आवंटित करेगी। इस समय प्रदेश में पांच हेलीपोर्ट में से तीन व्यवसायिक तौर पर उपयोग में लाए जा रहे हैं। प्रत्येक जिला में एक हेलीपोर्ट बनाने की योजना है, लेकिन जनजातीय क्षेत्रों में पर्यटन की अधिक संभावनाओं को देखते हुए एक से अधिक हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे।
सुल्तानपुर में हेलीपैड को हेलीपोर्ट के रूप में विकसित
हमीरपुर जिला में शहर के साथ लगते सासन व कांगड़ा जिला में रक्कड़ में हेलीपोर्ट निर्माण प्रस्तावित किया गया है। चंबा जिला मुख्यालय के सुल्तानपुर में पुराने हेलीपैड को हेलीपोर्ट में विकसित किया जाएगा। कुल्लू जिला में पिरड़ी में स्थान चयनित किया जा चुका था, लेकिन अब कुल्लू के आलू मैदान को लेकर भी प्रशासनिक तौर पर मंत्रणा हो रही है। जनजातीय लाहुल-स्पीति जिला में तीन स्थानों सिस्सु, जिस्पा और काजा के रांगरिक में हेलीपोर्ट बनाने का प्रस्ताव है। जनजातीय जिला किन्नौर में जिला मुख्यालय रिकांगपियो के साथ सारवो में हेलीपोर्ट बनाया जाएगा।
पहले चरण में यहां बनेंगे हेलीपोर्ट
हमीरपुर में सासन।
कांगड़ा में रक्कड़
चंबा में सुल्तानपुर l
कुल्लू में पिरड़ी l
लाहुल-स्पीति में जिस्पा, सिस्सु व रांगरिक l
किन्नौर में सारवो।
दूसरे चरण के लिए प्रस्तावित हेलीपोर्ट
बिलासपुर में औहर l
सिरमौर में नाहन व धार क्यारी l
शिमला में चांशल लरोट l
ऊना में जनकौर l
सोलन में गलानाला l
चंबा में पांगी व होली