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हिमाचल प्रदेश में हर ब्लॉक स्तर पर बने अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होगी। इन अस्पतालों में आर्थोपेडिक्स, गायनी, पीडियाट्रिक्स, मेडिसन और सर्जरी के विशेषज्ञ चिकित्सक को लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब इसे मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेजा जा रहा है। इन अस्पतालों की क्षमता 50 से 100 बिस्तरों की होगी। विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ इनमें पर्याप्त पैरामेडिकल स्टाफ, डायग्नोस्टिक लैब उपलब्ध करवाई जाएगी।
इसके अलावा धर्मशाला, किन्नौर, बिलासपुर, ऊना, सोलन, मनाली, मंडी और कुल्लू अस्पतालों में 50 बिस्तरों की क्षमता के क्रिटिकल केयर (गंभीर देखभाल) ब्लॉक स्थापित किए जाएंगे। इन स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों को बेहतरीन आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों और सहायक कर्मचारियों के साथ पर्याप्त स्टाफ तैनात किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बीते महीने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में स्वास्थ्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक हुई थी।
इसमें ब्लाॅक चिकित्सा संस्थानों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किए जाने के निर्देश दिए गए थे। इनमें स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती की जानी है, ताकि मरीजों को उपचार करवाने के लिए मेडिकल काॅलेज न आना पड़े। इस चिकित्सा सुविधा से मेडिकल काॅलेजों में भी मरीजों का कम बोझ पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. गोपाल बैरी ने कहा कि हर ब्लॉक स्तर के चिकित्सा संस्थानों में चार से पांच विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए जा रहे हैं। इनमें डायग्नोस्टिक लैब स्थापित की जानी है। जहां बिस्तर कम है, वहां संख्या को बढ़ाया जाना है। प्रदेश सरकार की इस पहल से मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया होंगी।