खबर आजतक, कांगड़ा ब्यूरो
कृषि मंत्री तथा पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि वर्तमान में प्राकृतिक उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों को नकदी फसलों के उत्पादन के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए भी विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा। वे आज सोमवार को स्थानीय लोक निर्माण विश्राम गृह में जनसमस्याओं को सुनते हुए बोल रहे थे । उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के दृष्टिगत विभाग द्वारा क्लस्टर सिस्टम की शुरुआत की जाएगी। इस सिस्टम के अंतर्गत विशेष फसल को केंद्र में रखकर किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से सूक्ष्म योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की मिट्टी की विशेषताओं का आकलन करने के लिए मृदा परीक्षण किए जाएंगे। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादों की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार फसल विविधीकरण को विशेष प्रोत्साहन प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में लैंड यूज प्लान तैयार किया जाएगा।
विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी के लिए नई तकनीकों का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के उत्पादों को अच्छा बाजार उपलब्ध करवाकर उनके उत्पादों को बेहतर दाम उपलब्ध करवाए जाएंगे। किसानों को उपलब्ध करवाएंगे उत्तम किस्म का बीज। कृषि मंत्री ने कहा कि खेती हमारा पुश्तैनी व्यवसाय है तथा खेती के वर्तमान स्वरूप को बदलने के साथ-साथ किसानों को उत्तम किस्म का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। जिसके लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं बीज वितरण केंद्रों का दौरा कर बीज की गुणवत्ता की जाँच सुनिश्चित करेंगे। बेसहारा पशुओं को मिलेगा पक्का आसरा, मंदिरों की खाली भूमि में विकसित किये जाएंगे चरागाह। पशुपालन मंत्री ने कहा कि खेतीबाड़ी तथा पशुपालन का एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि पशुधन के बिना प्राकृतिक खेती की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि युवाओं को किसानी तथा पशुपालन व्यवसाय से जोड़ने के लिए प्रदेश में डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा दिया जाएगा।
विकसित किए जाएंगे चरागाह
पशुपालन मंत्री ने कहा कि सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं तथा जंगली जानवरों की बजह से लोग किसानी को छोड़ रहे हैं जोकि एवं गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार द्वारा कड़े फैसले लिए हैं। जो लोग सड़क पर अपने टैगशुदा पशुओं को छोड़ रहे हैं उनकी पहचान कर उन पर 10 हज़ार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अतिरिक्त पशुओं पर टैग लगाने की प्रक्रिया को और मजबूत बनाया गया है ताकि सही मालिक की पहचान सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं को पक्का आसरा उपलब्ध करवाने की दिशा में विशेष कार्य योजना तैयार की जा रही है। इन पशुओं को स्थाई आसरा उपलब्ध करवाने के लिए मंदिरों के पास खाली भूमि में गौसदन निर्मित किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त चारे की समस्या को देखते हुए खाली भूमि पर चरागाह विकसित करने पर भी कार्य किया जाएगा।
कृषि मंत्री ने इस मौके पर 150 से अधिक समस्याओं को सुना तथा अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया। जबकि शेष समस्याओं के शीघ्र हल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गज खड्ड पर बनने वाला पल तथा सुखाहार नहर का कार्य शीघ्र शुरू करना मेरी पहली प्राथमिकता है। जिला कांगड़ा पेंशनर संघ ब्लॉक नगरोटा सूरियां के प्रतिनिधि मंडल ने शाल व टोपी पहना कर कृषि मंत्री का स्वागत किया तथा अपनी मांगों को लेकर पत्र सौंपा। मौके पर एसडीएम मोहिंद्र प्रताप सिंह, तहसीलदार नगरोटा सूरियां राधिका शर्मा, कृषि विभाग के उप निदेशक राहुल कटोच, उपमंडलीय भू-सरंक्षण अधिकारी राकेश पटियाल, तहसील कल्याण अधिकारी विपुल कुमार, नगरोटा सूरियां के पूर्व प्रधान राज सहरिया, कृष्ण कुमार, पूर्व पंचायत स्पेल प्रधान मीना देवी पंचायत प्रतिनिधि तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।