दिल्ली शिमला के बीच हवाई उड़ान की सफलता के बाद कुल्लू व धर्मशाला के लिए 9 दिसंबर से नियमित हवाई सेवा शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली है। सप्ताह के चार दिन कुल्लू और तीन दिन धर्मशाला के लिए हवाई उड़ाने होंगी। इसके लिए किराया दरों का निर्धारण अभी नहीं किया गया है। इस सप्ताह के अंत में किराया दरें भी तय हो जाएंगी। प्रदेश के भीतर दो स्थानों के लिए हवाई सेवाएं शुरू करने के लिए सरकार ने अलायंस एयर कंपनी को दस करोड़ रुपये की गैप फंडिंग देने की व्यवस्था की है। गैप फंडिंग होने से हवाई उड़ान का किराया अपेक्षाकृत कम रहेगा। दिल्ली से शिमला के लिए अलायंस एयर की नियमित उड़ान में यात्रियों को करीब एक माह की एडवांस बुकिंग का इंतजार करना पड़ रहा है। ये त्योहारी महीना होने के कारण एडवांस बुकिंग पंद्रह जनवरी तक पहुंच चुकी है।
दिल्ली से शिमला के लिए एक अन्य उड़ान की मांग
ऐसे में दिल्ली से शिमला के लिए एक अन्य उड़ान की मांग हो रही है ताकि पर्यटकों के साथ-साथ राजधानी के लोगों को हवाई जहाज से शिमला आने की सुविधा प्राप्त हो सके। प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार का कहना है कि प्रदेश के भीतर दो स्थानों के लिए हवाई सेवा शुरू करने में कुछ देरी हुई है। लेकिन 9 दिसंबर से कुल्लू व धर्मशाला के लिए हवाई उड़ान सेवा शुरू होगी।
9 दिसंबर से कुल्लू व धर्मशाला के लिए हवाई उड़ाने
शिमला से कुल्लू के लिए सप्ताह के दूसरे, चौथे, छठे और सातवें दिन अलायंस एयर की उड़ान होगी। शिमला से धर्मशाला के लिए सप्ताह के पहले, तीसरे व पांचवें दिन हवाई जहाज की उड़ान रहेगी। दोनों स्थानों के लिए होने वाली अलायंस एयर की उड़ान शिमला से कुल्लू व कुल्लू से शिमला लौटेगी। इसी तरह से शिमला से धर्मशाला और धर्मशाला से शिमला के लिए उड़ान रहेगी।
26 सितंबर से उड़ान दो शुरू
केंद्र सरकार की ओर से उड़ान योजना के दूसरे चरण में हवाई सेवा 26 सितंबर को शुरू हुई थी। उसके बाद नियमित तौर पर दिल्ली से शिमला के लिए हवाई सेवा चल रही है। इस उड़ान में दिल्ली से 40 यात्रियों को लेकर जहाज शिमला पहुंचता है और शिमला से दिल्ली के लिए 28 यात्रियों को लेकर जाता है। अलायंस एयर के साथ करार के तहत दिल्ली जाते हुए 22 सीटें प्रदेश सरकार की ओर से रियायती की गई हैं।
विधानसभा चुनाव के कारण
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के कारण उड़ान योजना के दूसरे चरण की हवाई सेवाएं शुरू नहीं हो पाई। सरकार ने चुनाव की घोषणा से पहले अलायंस एयर के साथ कुल्लू व धर्मशाला के लिए हवाई सेवाएं शुरू करने का समझौता किया था। अलायंस एयर प्रबंधन की ओर से सरकार से गैप फंडिंग का मामला उठाया गया था। जिसे सरकार ने स्वीकृति देते हुए वार्षिक दस करोड़ रुपये का प्रविधान किया था।