तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा का घेरा पहले ही मजबूत है। दलाईलामा की सुरक्षा व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। पुलिस टीम व सुरक्षा एजेंसियां यहां हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। मंडी जिले के चौंतड़ा में पकड़ी गई चीनी महिला नेपाली दस्तावेजों से भारत में आई थी। महिला के पास चीन का पासपोर्ट है और खुद को नेपाली मूल की दर्शाने का प्रयास किया था। पुलिस ने उससे भारत व नेपाल करंसी व दो मोबाइल फोन सहित कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। अभी मंडी पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां पड़ताल कर रही हैं कि महिला कोई दस्तावेज व कोई गुप्त जानकारी यहां से शेयर तो नहीं की है। महिला के फोन काल की डिटेल की भी पड़ताल की जा रही है।
इससे पहले भी जासूस आते रहे हैं पुलिस गिरफ्त में
यह पहला मौका नहीं है जब यहां पर चीनी जासूस पकड़े गए हो, इससे पहले भी धर्मशाला में जासूसी के आरोप में गिरफ्तारियां होती रही हैं। अगस्त 2020 में हवाला मामले में गिरफ्तार चीनी नागरिक लुओ सांग उर्फ चार्ली पेंग पर मनी लांड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया गया था। एक अन्य मामले में जुलाई माह में कांगड़ा की पुलिस ने आठ जुलाई 2020 को कांगड़ा जिले के बार्डर पर स्थित कलोहा गांव से एक चीनी पर्यटक लाइ क्सिओदन को पकड़ा गया था। जांच में क्सिओदन पीपल्स लिबरेशन आर्मी का सैनिक निकला था।
यह बोले कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक डा. खुशहाल शर्मा का कहना है कि तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा की सुरक्षा व्यवस्था जैसे थी वैसे ही है। उसमें कोई फेरबदल नहीं किया गया है। इससे पहले भी यहां पर चीनी जासूसी के आरोप में जासूस पकड़े जाते रहे हैं। चीनी जासूस मामले में मंडी पुलिस काम कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां भी अपने स्तर पर चीनी जासूस से पूछताछ पड़ताल व उसकी काल डिटेल चैक करेंगे। कांगड़ा पुलिस की अभी इसमें कोई भूमिका नहीं है। दलाईलामा की सुरक्षा व्यवस्था पहले से कड़ी है। उसमें कोई फेरबदल नहीं है।