फतेहपुर:- फतेहपुर से भाजपा की टिकट की दौड़ मे पिछड़ने के बाद आजाद प्रत्याशी चुनाव लड़ने का ऎलान कर चुके भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल परमार शुक्रवार को चुनाव व अधिकारी एवं एसडीएम फतेहपुर के समक्ष अपने समर्थको सहित नोमिनेशन करने पंहुचे , तो उनकी धर्मपत्नी प्रभा परमार उनका सारथी बनकर उनके साथ पंहुची ।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कृपाल परमार भावुक हो गये और कहा मै निशब्द हुं ! बोलकर भावुक होते हुए आगे की और बढ़ गये । कृपाल परमार 2017 के चूनावो मे फतेहपुर से भाजपा के प्रत्याशी थे और मात्र करीब 1200 मतो से कांग्रेस प्रत्याशी दिवंगत सुजानसिंह पठानियां से हारे थे । कृपाल परमार भजापा सरकार मे राज्य सभा सांसद भी रह चूके है । पिछली फतेहपुर के 2021 उपचूनवो मे भी उन्हें पार्टी ने टिकट नही दिया था । तब बलदेव ठाकुर को भाजपा ने मैदान मे उतारा था ।
मगर फतेहपुर भाजपा की आपस की लडाई ने फिर इस सीट को कांग्रेस की झोली मे डाल दिया था । और कांग्रेस के प्रत्याशी दिवंगत सुजान सिंह पठानियां के बेटे भवानी सिंह पठानियां जंहा से जीते थे । इस बार भाजपा ने नूरपुर के विधायक एवं वन मंत्री राकेश पठानियां को फतेहपुर से मैदान मे उतारा है । उसके बाद से कृपाल परमार खुल कर राकेश पाठनियां के विरोध मे आ गये है ।
पिछले कल उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मंत्रणा की थी और उसके बाद आजाद चुनाव लड़ने का फैंसला लिया था । शुक्रवार को उन्होंने बैतौर आजाद प्रत्याशी अपना नमांकन भरा है। सूचना है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कृपाल परमार को फोन भी आया था करीब दस मिनट तक दोनो की फोन पर वार्तालाप भी हुई है जिसमे नड्डा ने कृपाल परमार को नोमिनेशन फार्म न भरने आदि पर चर्चा भी हुई मगर परमार नही माने और अपनी जिद्द पर अड़ रहे और आज नोमिनेशन भर दिया है।