हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए नामांकन का दौर आज से शुरू हो गया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अभी तक किसी भी पार्टी द्वारा अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नही की गई है । हालांकि आम आदमी पार्टी ने चार उम्मीदवारों की घोषणा काफी दिन पहले ही कर दी है, लेकिन अन्य उम्मीदवारों की घोषणा यह पार्टी भी नही कर पाई है ।
हिमाचल में चुनाव कितने दिलचस्प होने वाले हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां भाजपा मिशन रिपीट करने के दावे कर रही है, और जहां कांग्रेस भाजपा को उखाड़ फेंकने की बात कर रही है, लेकिन इन दोनो ही दिग्गज पार्टियों से अभी तक उम्मीदवार ही चुने नही गए हैं । वहीं , कांग्रेस द्वारा तो चुनाव आयोग को पत्र लिख कर 23 से 25 तारीख की छुट्टियों में भी नामांकन लेने की बात कही गई है ।
हालांकि प्रदेश की दोनो ही दिग्गज पार्टियां काफी समय पहले से चुनाव की तैयारियों में जुट गई थी, और दोनो ही पार्टियों द्वारा दांव पेच लगा कर कई नेता और कार्यकर्ताओं को एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शामिल भी करवाया गया ।
वहीं धर्मशाला, कांगड़ा, देहरा, सुलह, जयसिंहपुर जैसी संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों से बार बार कुछ नेताओं को टिकट मिल जाने की अफवाहें सोशल मीडिया में उड़ती हुई देखी गई लेकिन किसी भी खबर पर कोई आधिकारिक पुष्टि नही की गई । हाल फिलहाल कयास यह लगाए जा रहें हैं कि आज कल में इन पार्टियों द्वारा अपने 68 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी जिसके बाद ये उम्मीदवार अपने नामांकन दाखिल कर पाएंगे ।
वहीं कुछ नेता बागी बन कर भी आजाद चुनाव लड़ सकते हैं जिसकी वजह से ही उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नही हो पा रही थी, और यही एक मुख्य सिर दर्द दोनो दिग्गज पार्टियों के लिए बना हुआ है । अब देखना ये रहेगा कि किसे टिकट मिलती है और किसे जनता की तरह आश्वासन । वहीं देखना यह भी रहेगा कि टिकट न मिलने पर कोन बागी बनता है और चुनाव के समीकरण बदलता है ।