श्री ज्वालामुखी मंदिर में चौथे नवरात्र के अवसर पर दिल्ली के एक श्रद्धालु ने 25 लाख 71 हजार रुपये का गुप्त दान किया। श्रद्धालु ने मंदिर प्रशासन को यह राशि भेंट की। उन्होंने प्रशासन से इसे गुप्त रखने का आग्रह किया। मंदिर के सहायक नियंत्रक वित्त एवं लेखा राजिंद्र कुमार ने बताया कि दान कर्ता ने उनका नाम सार्वजनिक न करने की प्रार्थना की है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालु को माता की चुनरी व सिरोपा देकर सम्मानित किया। गौरतलब है कि इस साल दूसरी बार किसी श्रद्धालु ने चढ़ावे के रूप में इतनी बड़ी रकम भेंट की है। इससे पहले अक्षय तृतीया के अवसर पर चंडीगढ़ व बंगाल के दो श्रद्धालुओं ने अलग-अलग भेंट के स्वरूप में दो किलो सोना व 825 ग्राम चांदी माता के आभूषणों के रूप में मंदिर में अर्पित की थी।
हले नवरात्र के दिन पंजाब के एक श्रद्धालु ने अपनी मन्नत पूरी होने के बाद श्रद्धानुसार एक ऊंट माता के दरबार में चढ़ाया था। मां के एक अन्य श्रद्धालु की तरफ से पांच लाख रुपये की लागत से केनोपी का निर्माण नवरात्र में शुरू किया गया है, जबकि माता के गर्व ग्रह में दशकों पुराने संगमरमर को इसी साल के आरंभ में बदला गया था, जिस पर भी लाखों रुपये का खर्चा आया था। वहीं श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में एक श्रद्धालु ने मंदिर कार्यालय में आकर 5 लाख 26 हजार रुपये का गुप्त दान की रसीद कटवाई। लाखों रुपये का गुप्त दान करने वाला श्रद्धालु परिवार कहां से था इसकी जानकारी मंदिर प्रशासन को श्रद्धालु ने नही दी मात्र गुप्त दान देकर अपने परिवार के साथ वापिस चला गया। मंदिर अधिकारी सुरेश शर्मा ने बताया कि गुप्त दान करने वाला श्रद्धालु आम श्रद्धालु की भांति मंदिर कार्यलय में आये और रुपये देकर रसीद ली और चले गये।