स्मार्ट सिटी धर्मशाला में 18 से 20 सितंबर तक टूरिज्म पर नेशनल कान्फ्रेंस होने जा रही है। इस कान्फ्रेंस में देश भर से राज्यों के पर्यटन मंत्री टूरिज्म पर चर्चा करेंगे। उनकी आवभगत के लिए देश के नामी सेलिब्रिटी शैफ राकेश सेठी धर्मशाला पहुंचे हैं। ज्यादातर समय टीम इंडिया के खाने का जिम्मा संभालने वाले राकेश सेठी ने खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि किस स्टार क्रिकेटर को खाने में क्या पसंद है। सबसे पहले उन्होंने दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज पूर्व कप्तान विराट कोहली के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि रन मशीन विराट कोहली को खाने में पालक सबसे ज्यादा पसंद है। इसके बाद वह अन्य हरी सब्जियों की डिमांड करते हैं। उनका खाना बेहद सादा है।
उन्होंने बताया कि बाएं हाथ के बैटर शिखर धवन को खाने में यूरोपियन फ्रूट ऐवोकैडो पसंद है। ऐवोकैडो को दर्जनों बीमारियों का दुश्मन व जबरदस्त इम्युनिटी बूस्टर माना जाता है। इसके अलावा सर के नाम से मशहूर दुनिया के बेहतरीन लैफ्ट आर्म बालिंग आलराउंडर रविंद्र जडेजा को नोर्थ इंडियन फूड खूब भाता है। सेठी ने बताया कि टीम के अन्य आलराउंडर पांड्या बद्रर्ज को भी उत्तरी भारतीय खाना पसंद आता है। हार्दिक पांड्या मध्यम गति के तेज गेंदबाज होने के साथ साथ हार्ड हिटर भी हैं। इसी तरह कुनाल पांड्या लैफ्ट आर्म ब्रेक गेंदबाज होने के साथ बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज हैं। सेठी ने कहा कि ये दोनों भाई हर तरह का खाना खा लेते हैं, लेकिन ज्यादातर मांग उतरी भारतीय खाने की रहती है। दूसरी ओर लैग ब्रेक स्पिनर युजवेंद्र चहल को घी के साथ रोटी पसंद है। वहीं पूर्व क्रिकेटर, कोच और दुनिया के नामी कमेंटेटर रवि शास्त्री चिकन और फिश के दीवाने हैं। हालांकि वह स्विमिंग से खुद को फिट रखते हैं।
अपनी डिफेंसिव तकनीक के लिए विख्यात पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ पर सेठी ने कहा कि ग्लूटन फ्री खाना पसंद करते हैं। उन्हें गेहूं से बने उत्पाद कम ही रास आते हैं। ईशान किशन अपने शेड्यूल से बाहर नहीं जाते। हालांकि सभी इंडियन क्रिकेटर्ज में कॉमन यह है कि वे सभी खाने के मामले में बेहद अनुशासित हैं। सेठी ने कहा कि साउथ अफ्रीका, श्रीलंका आदि देशों के क्रिकेटर भी भारतीय खाने को खूब पसंद करते हैं। बहरहाल पर्यटन पर कान्फ्रेंस के बहाने देश का नामी शैफ हिमाचल की ब्रांडिंग में जुट गयाहै ।
हिमाचली धाम परोसी जाएगी
राकेश सेठी ने कहा कि 18 से 20 सितंबर तक धर्मशाला में होने वाली पर्यटन मंत्रियों की नेशनल कान्फ्रेंस में उन्हें खासतौर से हिमाचली धाम खिलाई जाएगी। इससे हिमाचली खाने की ब्रांडिंग भी हो जाएगी। आने वाला साल ईयर आफ मिल्ट के नाम से जाना जाएगा, ऐसे में पर्यटन मंत्रियों को गेहूं, ज्वार, बाजरा (मिल्ट) से बनी रागी और डोसा आदि भी परोसे जाएंगे।