धर्मशाला: ब्लॉक कांग्रेस धर्मशाला कार्यालय में आज आयोजित महिला सम्मेलन में सुधीर शर्मा बोलते-बोलते अचानक भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू झलक आए। अमूमन सुधीर शर्मा को बेहद शांत एवं मुस्कुराते हुए देखा गया है लेकिन आज सुधीर शर्मा महिला सम्मेलन के दौरान भावुक हो गए।। दरअसल हुआ यूं कि सुधीर शर्मा महिला शक्ति और उनके समाज के प्रति योगदान का जिक्र कर रहे और बोलते-बोलते बात 2017 चुनावों तक जा पहुंची।। सुधीर शर्मा ने जब कहा, यह सभा में मौजूद मेरी बहनें ही मेरी ताकत हैं और इन्हीं की शक्ति थी कि मैं 2017 के चुनाव में मजबूती से लड़ पाया, यह कहते कहते वो थोड़े भावुक हो गए।
अपनों से गद्दारी का जख्म खाने वाले सुधीर समझते हैं कि महिलाओं का साथ न होता तो आस्तीन में पल रहे सांपों के ज़हर ने तो उन्हें राजनीतिक तौर पर अंदर ही अंदर खोखला कर दिया था।। यह बात उन्हें 2017 के चुनाव परिणाम के दिन ही पता चली थी कि आखिर अंदरखाते माज़रा क्या था और उनकी हार पर जश्न कहाँ, कब और किसने मनाया था??
शायद ऐसी ही कुछ बातें सुधीर के जहन में चल रही होंगी, जो उनकी आंखें नम हो गईं।