मनाली. हिमाचल प्रदेश में अब तक हुई बरसात से जंहा कई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं सौ से ज्यादा लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है. प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर लगातार हो रही बरसात से न केवल जान-माल का नुकसान हुआ है, बल्कि सड़कों और भूस्खलन के कारण यहां के पर्यटन कारोबार पर भी इसका साफ असर दिख रहा है. प्रदेश के पर्यटन स्थल जो पहले पर्यटकों से गुलजार रहते थे वह इन दिनों सुनसान पड़े हैं. प्रदेश के अलग-अलग जगहों में बाढ़ और भूस्खलन के चलते पर्यटकों ने भी इन दिनों पहाड़ों का रुख करना बंद कर दिया है.
अगर बात करें पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक मनाली सहित कुल्लू जिला की, तो यहां पर भी बरसात का असर साफ देखा जा रहा है. मनाली सहित कुल्लू जिले के अन्य पर्यटन स्थलों में भी इन दिनों पर्यटक न के बराबर दिखाई दे रहे हैं.
अगर हम नजर डाले बीते जनवरी से लेकर जुलाई महीने तक के आंकडों पर तो जनवरी महीने में जिला कुल्लू में 1,49,631 देसी और 36 विदेशी पर्यटक, फरवरी महीने में 1,85,712 देसी और 23 विदेशी, मार्च महीने में 2,24,450 देसी और 36 विदेशी, अप्रैल में 2,45,455 देसी और 65 विदेशी, मई महीनें में 3,78,523 देसी और 195 विदेशी तथा जून महीने में 4,10,523 देसी और 94 विदेशी तथा जुलाई महीने में 1,85,940 देसी और 449 विदेशी सैलानी कुल्लू जिले में पंहुचे हैं.
जिला पर्यटन अधिकारी सुनैयना शर्मा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि बरसात का असर यहां के पर्यटन कारोबार पर भी देखा गया है. उन्होंने कहा कि जनवरी और फरवरी के बाद सबसे कम पर्यटक जुलाई के महीने में कुल्लू जिला में पंहुचे हैं. हालांकि जुलाई के महीने में विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा देखा गया है. उन्होंने कहा कि जून के महीने मुकाबले जुलाई के महीने के काफी कम संख्या में पर्यटक जिला में पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म फेस्टिवल करवाने का निर्णय लिया गया है और जल्द ही इसकी तारीख भी तय की जाएगी.