प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को रक्षा सहयोग परियोजनाओं और असैन्य परमाणु ऊर्जा में सहयोग समेत विभिन्न द्विपक्षीय पहलों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने वैश्विक खाद्य सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक चुनौतियों पर भी चर्चा की।
भारत और फ्रांस, रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के आलोक में वैश्विक खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए जोखिम पर चिंता व्यक्त करते रहे हैं। बयान में कहा गया कि मैक्रों के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस में जारी सूखे और जंगलों की आग के मुद्दे पर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। दोनों नेताओं ने हाल के वर्षों में भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की गहराई और मजबूती पर संतोष व्यक्त किया और सहयोग के नए क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए।
पीएमओ के बयान में यह भी बताया है कि दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग परियोजनाओं और असैन्य परमाणु ऊर्जा में सहयोग समेत चल रही द्विपक्षीय पहलों की समीक्षा की। साथ ही बताया गया है कि दोनों नेताओं ने हाल के वर्षों में भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की गहराई और मजबूती पर संतोष व्यक्त किया। वहीं सहयोग के नए क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमति जताई है।
इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार को कहा था कि वह भारत के स्वतंत्रता दिवस पर मैक्रों की बधाई से भावविभोर हो गए हैं। बता दें, 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बधाई दी थी। फ्रांस के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया के जरिए कहा, ‘प्रिय नरेन्द्र मोदी और भारत के लोग, स्वतंत्रता दिवस की आपको शुभकामनाएं। भारत हर स्थिति में फ्रांस पर भरोसा कर सकता है, हम हर हालात में आपके साथ खड़े हैं।’