कॉलेज में प्रथम वर्ष की कक्षाएं आठ सितंबर से शुरू होंगी। जबकि द्वितीय और तृतीय वर्ष की कक्षाएं पहली सितंबर से लगेंगी। निदेशक तकनीकी शिक्षा विवेक चंदेल ने कक्षाएं शिफ्ट करने से पहले पूरे कॉलेज का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा भी लिया है। इस सत्र में भी सिविल और इलेक्ट्रिकल ट्रेड ही रहेंगे।
लंबे इंतजार के बाद हिमाचल प्रदेश के हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की सभी कक्षाएं बंदला शिफ्ट हो गई हैं। इस सत्र से बंदला में प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की कक्षाएं इसी कॉलेज में लगेगी। इससे पहले अंतिम दो वर्ष की कक्षाएं नगरोटा बगवां में चल रही थीं। वहीं, कॉलेज में प्रथम वर्ष के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। कॉलेज में प्रथम वर्ष की कक्षाएं आठ सितंबर से शुरू होंगी। जबकि द्वितीय और तृतीय वर्ष की कक्षाएं पहली सितंबर से लगेंगी।
निदेशक तकनीकी शिक्षा विवेक चंदेल ने कक्षाएं शिफ्ट करने से पहले पूरे कॉलेज का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा भी लिया है। इस सत्र में भी सिविल और इलेक्ट्रिकल ट्रेड ही रहेंगे। दोनों ट्रेड में हर कक्षा में 120 से 128 प्रशिक्षु होंगे। इनमें 120 सीधे और आठ सीटें कंपनी के तहत होंगी।
नगरोटा बगवां से सारा फैकल्टी स्टाफ भी कॉलेज में आ चुका है। छात्र-छात्राओं के लिए कॉलेज में हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है। गौरतलब है कि निर्माणाधीन हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला में 2021 में प्रथम सत्र की कक्षाएं शुरू की गई थीं। पूर्व में इसकी कक्षाएं कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां में लग रही थीं।
इसी कॉलेज से एक बैच भी निकल गया। लेकिन अब इस सत्र से सभी कक्षाएं बंदला कॉलेज में सुचारु रूप से चलेंगी। वहीं प्रथम वर्ष के लिए भी कॉलेज में ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। 13 अगस्त इसकी अंतिम तिथि है। वहीं अगर सीटें खाली रहेगी तो इसे बढ़ाया जा सकता है।
नगरोटा बगवां से कक्षाएं बंदला कॉलेज शिफ्ट कर दी गई हैं। सितंबर माह से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए कॉलेज प्रबंधन ने तैयारी पूरी कर ली है। सभी हॉस्टल तैयार हैं और अन्य भवन और लैब भी तैयार है। इस सत्र में कॉलेज में 507 के करीब प्रशिक्षु प्रशिक्षण हासिल करेंगे।
विवेक चंदेल, निदेशक तकनीकी शिक्षा