हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों को प्रात:कालीन सभा में हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी भाषा में प्रार्थना करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड प्रबंधन की मानें तो तीन भाषाओं में प्रार्थना करने से स्कूली विद्यार्थी इन भाषाओं को समझ सकेंगे।
हिमाचल प्रदेश के स्कूली छात्र अब हिंदी के अलावा अंग्रेजी और संस्कृत भाषा में सुबह की प्रार्थना सभा करेंगे। इस दौरान सप्ताह के हर दो-दो दिन अलग-अलग भाषा की प्रार्थना सभा होगी। जैसे ही स्कूलों में कोविड के कारण बंद की गई प्रार्थना सभा को शुरू किया जाता है, इस व्यवस्था को शुरू कर दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों को प्रात:कालीन सभा में हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी भाषा में प्रार्थना करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड प्रबंधन की मानें तो तीन भाषाओं में प्रार्थना करने से स्कूली विद्यार्थी इन भाषाओं को समझ सकेंगे। इसके अलावा जब संस्कृत और अंग्रेजी भाषा में बच्चे प्रार्थना करेंगे और बोलेंगे, तो उनमें इन भाषाओं को सीखने के प्रति उत्साह भी पैदा होगा।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी विषय में प्रार्थनाएं तैयार की हैं। इस व्यवस्था को स्कूलों में प्रार्थना सभा शुरू होते ही शुरू कर दिया जाएगा। हर भाषा की प्रार्थना को सप्ताह में दो-दो दिन दिए जाएंगे।
– डॉ. सुरेश कुमार सोनी, अध्यक्ष, स्कूल शिक्षा बोर्ड, धर्मशाला।