मंडी के बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे के लिए अभी मात्र भूमि का चयन ही किया जा सका है. इसके आगे अभी हवाई अड्डे का काम आगे नहीं बढ़ पाया है. हवाई अड्डे के निर्माण हेतु 2535-01-09 बीघा निज़ी भूमि का अधिग्रहण किया जाना प्रस्तावित है. भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के तहत किया जायेगा. क्योंकि अभी तक भूमि अधिग्रहण नहीं किया गया है. ऐसे में मुआवज़ा भी नहीं दिया गया है. हवाई अड्डे की परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है. ये लिखित जबाव विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री द्वारा पूछे गए सवाल के जबाव में आया है.
बता दें कि मंडी जिले के बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सीमा की मार्किंग के लिए राजस्व मुहाल छातड़ू में पक्की बुर्जियां लगाई जा चुकी हैं. ओएलएस और लिडार सर्वे पूरे हो चुके हैं. हवाई अड्डा निर्माण स्थल से जो विभाग प्रभावित हो रहे हैं, प्रशासन ने उन विभागों की संपत्तियों का ब्योरा मांगा था. इसका ब्योरा प्रशासन को मिल गया है. इसमें शिक्षा विभाग के तीन स्कूल जद में आने हैं, जिन्हें स्थानांतरित करने के लिए विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. लोक निर्माण विभाग की सड़कों, जलशक्ति विभाग की जल योजनाओं का भी आकलन तैयार किया जा चुका है.
सरकार के निर्देशों के बाद दस दिन के भीतर सैद्धांतिक मंजूरी के लिए भेजे जानी वाली डीपीआर तैयार है. इसी सप्ताह में यह डीपीआर राज्य सरकार को सौंपी जाएगी. निर्माण लागत भी बढ़ सकती है. पूर्व प्रोजेक्ट के तहत इस डीपीआर में कोई विशेष बदलाव नहीं किए गए हैं.