शाहपुर (कांगड़ा)। विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की बोह घाटी में पिछले पांच दिन से कोई भी निजी या सरकारी बसें नहीं जा पाने के कारण लोगों को सात किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ रहा है। डिब्बा क्षेत्र में बारिश के कारण सड़क धंसने के कारण बसें आगे नहीं जा पा रही हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अभी तक सड़क को बहाल नहीं कर पाए हैं।
लिहाजा अब रिड़कुमार से ही सभी बसें वापस जा रही हैं। धारकंडी की रिड़कमार-बोह सड़क की अनदेखी के लिए लोक निर्माण विभाग के सुस्तेपन रवैये से हजारों लोग परेशान हैं। रिड़कमार, बोह और रुलहेड़ पंचायतों की पांच हजार से अधिक आबादी है। यहां से सैकड़ों लोग रोजाना यहां से सफर करते हैं।
कई सालों से की जा रही है डंगा लगाने की मांग
पंचायत हार बोह के उप प्रधान पप्पू राम का कहना है कि डिब्बा में पिछले कई वर्षों से डंगे लगाने की मांग की जा रही है। लेकिन विभाग ने अभी तक इस और ध्यान नहीं दिया है। इस कारण हर साल लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। पिछले साल बोह हादसे के दौरान खराब हुई सड़क की भी अभी तक कोई मरम्मत नहीं की गई है।
रोड काटकर रास्ता किया जाएगा साफ
बारिश के कारण डिब्बा में भूस्खलन हुआ है। मौसम साफ होने के बाद ही वहां पर डंगा लगाया जाएगा। फिलहाल बोह के लिए यातायात बहाल करने के लिए रोड को काट कर रास्ता साफ किया जा रहा है। अभी छोटे वाहन चल रहे हैं। सड़क साफ करते ही बड़े वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा।