धर्मशाला- हिमाचल प्रदेश बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ के सब्र का बांध अब टूट चुका है तथा अब संघ ने सरकार को पांच दिन के भीतर खाली पदों पर नोटिफिकेशन करने की दो टूक चेतावनी दी है तथा चेताया है कि अगर इन पांच दिनों में नोटिफिकेशन नहीं हुई तो 20 हजार बेरोजगार लाइब्रेरियन शिमला में धरने पर बैठ जाएंगे। हिमाचल प्रदेश बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ के सचिव किशोरी लाल ने कहा कि एक प्रतिनिधित्व 5 जुलाई को शिक्षा मंत्री से शिमला में मिला था तथा अपनी मांगों से संबंधित मांगपत्र सौंपा था जिस पर शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि एक माह के भीतर नोटिफिकेशन हो जाएगी, परन्तु अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा मौजूदा भाजपा सरकार से भी अपनी फरियाद लगा चुके हैं परन्तु आश्वासनों से ही काम चलाया जा रहा है। पूर्व की कांग्रेस सरकार ने भी आश्वासनों के जाल में ही उलझाए रखा था। प्रदेश सचिव किशोरी लाल ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने लाइब्रेरियनों के 771 पदों को भरने की घोषणा की थी लेकिन आजतक यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में करीबन 20 हजार डिप्लोमाधारक हैं तो उनको रोजगार कब मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले काफी सालों से प्रदेशभर के स्कूलों में खाली पड़े लाइब्रेरियनों के पदों को भरा नहीं गया है जिसके चलते लाइब्रेरियनों में पड़ी किताबों को दीमक चाट रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने रोजगार नहीं देना है तो फिर लाइब्रेरियनों के डिप्लोमा क्यों करवा रही है? किशोरी लाल ने कहा कि लाइब्रेरियनों के पदों को न भरकर सरकार धोखा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने रोजगार मिलने की आस में बैंक से कर्ज लेकर डिप्लोमा किया था लेकिन नॉकरी नहीं मिली और आजतक बैंक का कर्ज नहीं चुकाया गया है। उन्होंने कहा कि बैंकों के नोटिस पर नोटिस आ रहे हैं।उन्होंने कहा कि अब संघ के सब्र का बांध छलक उठा है तथा अगर भाजपा सरकार ने रिक्त पदों को अतिशीघ्र नहीं भरा तो समस्त डिप्लोमाधारक आने वाले चुनावों में भाजपा-कांग्रेस का बहिष्कार करते हुए तीसरे दल का समर्थन करेगा। इस मौके पर संघ प्रेस सचिव मीनाक्षी, महासचिव वीरेंद्र कुमार, जिलाध्यक्ष अंजना, कोषाध्यक्ष संजय धीमान, प्रदीप कुमार, सुरेखा, जितेंद्र, बिटू, महेंद्र, महेश, केशव इत्यादि मौजूद रहे।