*जिला कांगड़ा की नूरपुर विधानसभा के तलेटा निवासी बुद्धि सिंह का जर्जर हो चुका मकान को खतरा*
सरकार द्वारा गरीब व पात्र लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना से लेकर मुख्यमंत्री आवास योजना तक का प्रचार प्रसार तो बहुत है कि आवेदन करते ही पात्र व्यक्ति को योजना के तहत आवास सुविधा प्रदान की जाएगी लेकिन धरातल पर यह योजनाएं पात्र लोगों के लिए कितनी कारगर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बेशक आवेदनकर्ता इस योजना के तहत पक्के मकान के लिए सारी पात्रताएं भी रखता है लेकिन सिर पर एक सुरक्षित छत की चाह लिए पात्र व्यक्ति 2018 से अपनी फाइल लेकर दर दर भटकता आ रहा है लेकिन किसी ने भी उसकी फ़रियाद को नहीं सुना । हालत यह है कि जिस जर्जर हो चुके मकान में आवेदनकर्ता रह रहा है वह मकान कभी भी गिरकर परिवार के लिए कहर ढा सकता है । यहां बात हो रही है विकास खंड नूरपुर की पंचायत ग्योरा के वार्ड चार गांव तलेटा के निवासी बुद्धि सिंह पुत्र लहर सिंह की यहां हिमाचल प्लस न्यूज ने मौके पर जाकर समस्या को जाना । बुद्धि सिंह की दास्तां भी किसी कड़े संघर्ष से कम नहीं 2010 से पहले वह इलैक्ट्रीशियन मैकेनिक का काम कर अपना गुजर बसर करता था लेकिन 2010 में उसका बेटा गम्भीर बीमारी की चपेट में आ गया जिसके इलाज के लिए उसने अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी । बेटा तो जैसे तैसे ठीक हो गया लेकिन कुछ दिन बाद खुद बुद्धि सिंह बीमारी की चपेट में आ गया अपने इलाज के लिए उसे नाममात्र भूमि भी गिरवी रख देनी पड़ी । अब बुद्धि सिंह को आंखों से भी उतना दिखाई नहीं देता जिससे वह अपना मैकेनिक का काम कर सके । उसकी जिंदगी बडी शिद्दत से गुजर रही है । सिर पर पत्नी सहित दो बेटों और एक बेटी की जिम्मेदारी का बोझ है । बुद्धि सिंह ने रुंधे गले से बोलते हुए बताया कि वह पिछले चार वर्षों से मकान के लिए मिलने वाले अनुदान को लेकर अपना आवेदन लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक स्तर तक हर द्वार पर दस्तक देने पहुंचा लेकिन मुझ अभागे के आवेदन पर किसी की नजर नहीं पड़ी और न ही किसी ने मौके के हालातों को समझने की जहमत उठाई। आलम यह है कि वर्तमान में बुध्दि सिंह के कच्चे मकान की बहुत ही दयनीय हालत है । छत पर पड़े स्लेट जगह जगह से टूट चुके हैं सारी दीवारें फट चुकी हैं लकड़ी की हालत बहुत नाज़ुक हो चुकी है और उसका मकान कभी भी हादसे का शिकार होकर परिवार के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता है । बुद्धि अनुसार बारिश के दौरान सारा परिवार जागकर रात गुजारने को मजबूर रहता है । बुद्धि सिंह ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसे और उसके परिवार को सुरक्षित छत अतिशीघ्र मुहैय्या करवाई जाए अन्यथा सिर पर आ चुकी बरसात उसके परिवार पर कोई भी कहर ढा सकती है ।
वही जबगांवकर प्रधान नरेश सेन से बात की तो उनका कहना है कि बी पी एल श्रेणी और अनुसूचित जाति से सम्बन्धित बुद्धि सिंह को आवास सुविधा के लिए चयनित किया गया है जैसे ही स्वीकृति मिलेगी उसे मकान के लिए अनुदान सहायता उपलब्ध करवा दी जाएगी । उसके बाद ये मामला nurpur SDM अनिल भारद्वाज के संज्ञान में लाया गया उन्होंने कहा कि ये मामला आपके चैनल के माध्यम से पता चला है शीघ्र समुचित कदम उठाए जाएंगे।