धर्मशाला। हिमाचल में सबसे बड़ी जिला परिषद कांगड़ा के चेयरमैन रमेश सिंह बराड़ ने जिला परिषद कर्मियों की मांगों को सही करार दिया है। उन्होंने कहा कि ये कर्मचारी पिछले 22 साल से अपनी मांग उठा रहे हैं। ये कर्मी सरकार की योजनाओं को धरातल पर लागू करवाने में अहम योगदान देते हैं। अत : वह इनकी मांगों का समर्थन करते हैं। इस दौरान रमेश बराड़ ने कर्मचारियों से बात भी की। गौर रहे कि ग्रामीण विकास विभाग या पंचायती राज विभाग में विलय न करने के विरोध में जिला परिषद कर्मचारी व अधिकारी वर्ग ने पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर दी है। सोमवार को बीडीओ कार्यालय धर्मशाला में जिला परिषद कैडर के अधिकारी व कर्मचारी आए तो थे, लेकिन काम नहीं किया। जिला परिषद कर्मचारी/अधिकारी महासंघ ने स्पष्ट कर दिया है कि मांगें न मानने तक हड़ताल जारी रहेगी। यही नहीं जरूरत पड़ी तो कर्मचारी भूख हड़ताल पर जाने से भी गुरेज नहीं करेंगे। इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
बीडीओ कार्यालय के अंतर्गत आते करीब 21 कर्मचारी सोमवार को पेन डाउन स्ट्राइक में मौजूद रहे। जिला परिषद कर्मचारी/अधिकारी महासंघ के उपाध्यक्ष राजेश का कहना था कि न जाने क्या वजह है कि सरकार जिला परिषद कर्मियों का विभाग में विलय नहीं कर रही। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और पंचायती राज मंत्री ने आश्वासन दिया था कि मांगों पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन इसके बावजूद अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। बहरहाल जिला परिषद चेयरमैन रमेश बराड़ व अन्य कई सदस्यों का साथ इन कर्मियों को मिलना बड़ी बात है।