प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि बीजेपी के राज में यूं तो दो विधानसभा चुनाव क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो बाकी 66 विधानसभा क्षेेत्रों की अनदेखी हुई है। लेकिन बीजेपी के राज में प्रदेश के विशाल जिला कांगड़ा की सबसे ज्यादा अनदेखी हुई है। बीजेपी के राज में जहां एक ओर कांगड़ा का विकास सिफर हुआ है, वहीं दूसरी ओर कांगड़ा के सियासी महत्व को भी बीजेपी ने गौन करने का प्रयास किया है। राणा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विभिन्न ब्लॉक सम्मेलनों में पार्टी की मजबूती के लिए कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के दौर पर थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की नाकामी के कारण कांगड़ा की जनता के साथ-साथ पूरे प्रदेश की जनता बीजेपी को सत्ता से बाहर करेगी। उन्होंने कहा कि अब अच्छे दिनों के नाम पर बुरा वक्त लाने वाली बीजेपी जाने वाली है और कांग्रेस सरकार आने वाली है। राणा ने कहा कि बीजेपी की स्वार्थी नीतियों ने सरकारों के अस्तित्व पर ही संकट ला खड़ा किया है।
बीजेपी को और अमीर पार्टी बनाने के लिए देश की सरकारी संपत्तियों-परिसंपत्तियों को बेचकर दलाली का खुला खेल खेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि जब बीएसएनएल प्राइवेट होगा, बैंक प्राइवेट होंगे, रेलवे प्राइवेट होगा, किसानी प्राइवेट हाथों में होगी और अब अग्निपथ के नाम पर एक तरह से सेना का भी निजीकरण करने के मंसूबे सरकार जाहिर कर रही है तो ऐसे में सरकार की क्या जरूरत है, बीजेपी को बताना होगा। राणा ने कहा कि हिमाचल में अब बस जनता चुनावों का इंतजार कर रही है ताकि डबल इंजन व अच्छे दिनों का जुमला बोलने वाली बीजेपी को विदा किया जा सके। इस बात को बीजेपी भी समझ चुकी है और इसी कारण से बीजेपी की बेचैनी दिनोंदिन बढ़ रही है