विजयवाड़ा। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) सुप्रीमो एवं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को स्पष्ट किया है कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा हैं और वह दिल्ली में राजग की बैठक में भाग लेंगे। नायडू ने आज विजयवाड़ा के समीप उंडावल्ली स्थित अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के हिस्से के रूप में वह गठबंधन का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे राजनीति का बहुत अनुभव है और मैंने देश में बहुत सारे राजनीतिक बदलाव देखे हैं। मैं नई दिल्ली में होने वाली राजग की बैठक में शामिल होने जा रहा हूं।
तेदेपा-भाजपा-जेएसपी गठबंधन को भारी जीत दिलाने के लिए राज्य की जनता का शुक्रिया अदा करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने जीत का श्रेय तीनों दलों के कार्यकर्ताओं के समन्वित प्रयासों को दिया। वर्ष 2024 के चुनावों को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने दावा किया कि एक व्यक्ति वाईएसआरसीपी के नेतृत्व वाली सरकार को हराने के दृढ़ संकल्प के साथ अपना वोट डालने के लिए अमरीका से आंध्र आया और उसी समय पड़ोसी राज्यों में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने वाले कुछ लोग भी जगन मोहन रेड्डी सरकार को हटाने के लिए अपना वोट डालने के लिए राज्य में उमड़ पड़े।
उन्होंने स्मरण किया कि जब 1883 में एनटी रामाराव ने तेदेपा का गठन किया था, तब पार्टी ने 200 सीटें जीती थीं और अब 2024 में इतनी बड़ी जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि तेदेपा-भाजपा-जेएसपी गठबंधन ने 55.38 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि जब नक्सलियों ने उन पर हमला किया था, तब भी उन्हें दर्द नहीं हुआ था, लेकिन जब वाईएसआरसीपी विधायकों ने विधानसभा में उनके और उनके परिवार के सदस्यों के साथ व्यक्तिगत रूप से दुर्व्यवहार किया, तो उन्हें बहुत दर्द हुआ। उन्होंने कहा, “मैंने वाईएसआरसीपी शासन के पांच वर्षों के दौरान इस तरह की तबाही और अराजकता कभी नहीं देखी। सभी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गयी और प्राकृतिक संसाधनों को लूट लिया गया। कई तेदेपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को परेशान किया गया तथा उनमें से कुछ को झूठे आरोपों में जेल भेज दिया गया।”
उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि वाईएसआरसीपी के नेतृत्व वाली सरकार ने मीडिया को भी परेशान किया। उन्होंने वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार पर पांच वर्षों के दौरान नौ बार बिजली की दरें बढ़ाने का आरोप लगाया। राज्य के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए उज्ज्वल भविष्य बनाने के उद्देश्य से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, “हम लोगों तक शासकों की तरह नहीं बल्कि सेवकों की तरह पहुंचते हैं। हम अपना चुनावी घोषणापत्र लोगों के पास ले जायेंगे और आश्वासन के अनुसार उसे लागू करेंगे। चूंकि भाजपा हमारे गठबंधन का हिस्सा है, इसलिए हमें बिना किसी गलती के सुशासन प्रदान करना चाहिए।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश में तेदेपा, जन सेना और भाजपा ने गठबंधन दल के रूप में चुनाव लड़ा और 21 सीटें जीतीं। इनमें तेदेपा ने 16 , जन सेना ने 02 और भाजपा ने 03 सीटें जीती हैं।