धर्मशाला | विधानसभा में आज विपक्ष ने बीते दिन सदन की कार्यवाही के दौरान कैबिनेट बैठक होने पर कड़ी आपत्ति जताई. विपक्ष ने कल इस मुद्दे पर देर सदन से वॉकआउट किया था. यही नहीं सदन में लगे स्वालों के लिए किसी मंत्री को भी अधिकृत नहीं किया गया था.
आज सदन की करवाई शुरू होते ही विपक्ष ने इस मसले को उठाया.
विधानसभा के दौरान कैबिनेट तब होती है जब सदन की करवाही खत्म हो गई हो.
उन्होंने यह भी कहा की डिप्टी सीएम को जवाब के लिए अधिकृत नहीं किया गया था.
उन्होंने कहा कि नियमानुसार सदन में जवाब देने के लिए किसी मंत्री को तभी अधिकृत किया जाता है जब वो किसी इमरजेंसी के चलते सदन में उपस्थित न हो, लेकिन मंत्री विधानसभा परिसर में हो और तब किसी अन्य को उनकी ओर से जवाब देने के लिए अधिकृत करना सदन का अपमान है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अवयवस्था।का आलम पूरे प्रदेश में चल रहा है
इस पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना था कि
जयराम ठाकुर कल उस समय सदन में नहीं थे. सीएम ने कहा कि उन्होंने अपनी अनुपस्थिति में
डिप्टी सीएम को जवाब के लिए अधिकृत किया था. उन्होंने कहा कि नियम 67 के जवाब मंत्रियों ने दिए है.उन्होंने कहा कि सदन का समय बढ़ाने की जानकारी उनको नहीं थी.
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठनीय ने कहा कि उन्होंने कल ही इस बारे में अपनी ऑब्जर्वेशन दे दी है.उन्होंने कहा कि सीएम ने डिप्टी सीएम को जवाब देने के लिए अधिकृत किया था, हालांकि अन्य मंत्रियों को जवाब के लिए अधिकृत नही किया था