कांग्रेस की कथनी
धर्मशाला: धर्मशाला में कांग्रेस सरकार के शासन के एक साल को व्यवस्था परिवर्तन के एक साल के रूप में आयोजन के ठीक पहले सामाजिक कार्यकर्ता अतुल भारद्वाज ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। केंद्रीय विश्विद्यालय के धर्मशाला में बनने वाले परिसर के लिए 30 करोड़ रूपए का फंड न जमा करवाने के मामले में उन्होंने सरकार के साथ-साथ सीएम पर भी सवाल उठाए।
अतुल भारद्वाज ने कांग्रेस पार्टी के दोहरे चरित्र के आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ तो स्वयं तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने अपने लाव लश्कर के साथ शिमला के रिज मैदान से धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी अपनी तत्कालीन अध्यक्षा की घोषणा को अभी तक भी अमलीजामा नहीं पहना पाई।
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र व वर्तमान विधायक सुधीर शर्मा ने प्रयास करके केन्द्रीय विश्वविद्यालय को धर्मशाला में स्थापित करने के लिए जदरंगल में भूमि का चयन करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी, लेकिन उसी कांग्रेस पार्टी के वर्तमान मुख्यमंत्री धर्मशाला में केन्द्रीय विश्वविद्यालय को स्थापित करने मे बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।
वो हमीरपुर के नेताओ की बी टीम बनकर स्थापना में विलम पैदा कर रहे हैं जिसे जनता अब सहन नही करेगी।
अतुल भारद्वाज ने बताया कि जनता अब सरकार को उसकी करनी और कथनी का अन्तर समझा देगी।
अतुल भारद्वाज ने बताया की शीघ्र ही प्रतिनिधि मण्डल की घोषणा की जाएगी जोकि सरकार व चुने हुए प्रतिनिधियों से अपनी बात को अंतिम बार रखेगा उसके उपरांतनि र्णायक आन्दोलन होगा , जिसमे रैली, धरने, चका जाम जैसे प्रदर्शन भी होंगे।
यदि इस दौरान जनता उग्र रूप धारण करती है तो सारी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और प्रशासकीय अधिकारीयों की होगी ।