सज गए बाजार
जिला कांगड़ा के धर्मशाला, नगरोटा बगवां, कांगड़ा, नूरपुर, बैजनाथ तथा शाहपुर आदि सहित सभी बाजारों में जन्माष्टमी पर्व को लेकर मंदिरों से लेकर बाजारों में तैयारियों का सिलसिला शुरू हो गया है। यह त्योहार हिंदू धर्म के लोगों के लिए बड़ा ही खास होता है और इसको लेकर सभी के मन में ढ़ेर सारा उत्साह होता है।
लोगों ने इसकी तैयारी शुरू भी कर दी है। जैसे-जैसे जन्माष्टमी पास आ रही है। बाजारों में जन्माष्टमी की खरीदारी की भीड़ बढ़ती जा रही है। दुकानदारों ने इसकी तैयारी में कृष्ण भगवान के सुंदर वस्त्र मंगवा लिये है। लोग बाजार में इसे खरीदते हुए भी दिख रहे हैं। इन कपड़ों की डिजाइन इतनी सुंदर है कि हर कोई इसे खरीदने में लगा हुआ हैै। सजावट के लिए इस्तेमाल होने वाले कृष्ण भगवान के हैेडमेड कपड़े लोगों की पहली पंसद बनी हुई है। इसमें उनको मनपसंद पोशाक मिलने के साथ ही लोकल बिजनेस को भी बढ़ावा मिल रहा है।
इनकी सेल बढऩे से मार्केट को भी काफी फायदा हो रहा हैं। साथ ही इस जन्माष्टमी में आप कान्हा के लिए पी कॉक वस्त्र की भी मांग है, जिसमें बहुत ही सुंदर मोर की डिजाइन बनी है। यह वस्त्र देखने में बहुत ही मनमोहक हैं। कान्हा पर तो वैसे सभी रंग सुंदर लगते हैं पर पीला रंग कान्हा को काफी पंसद है। इसलिए आप मार्केट में आयी हुई पीले रंग की पोशाक, जिसमें बहुत सुंदर हैंडमेड कढ़ाई की गई है, वह भी श्रीकृष्ण के लिए खरीद सकते है।
लुभा रहा लडडू गोपाल का शयनकक्ष
जन्माष्टमी पर लडडू गोपाल को विश्राम के लिए पलंग और मच्छरदानी लगा हुआ शयनकक्ष भी लोगों को लुभा रहा है। लकड़ी के पलंग पर भगवान का बिस्तर लगा हुआ है और इसके चारों ओर मच्छरदानी लगी है। इसकी कीमत 100 से 250 रुपये है। वहीं, पीतल और लकड़ी के झूले और सिंहासन भी मौजूद हैं। जिलाभर में 6-7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
कृष्ण जन्माष्टमी 06-07 सितंबर को?
पंडित टेकचंद ने बताया कि वैदिक पंचांग के अनुसार, कृष्ण जन्माष्टमी के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 06 सितंबर दोपहर 03 बजकर 27 मिनट से शुरू होगी और 07 सितंबर दोपहर 04 बजकर 14 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। वहीं इस दिन रोहिणी नक्षत्र 06 सितंबर सुबह 09 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा जो 7 सितंबर सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। ऐसे में निशिता काल में भगवान श्री कृष्ण की उपासना की वजह से स्मार्त सम्प्रदाय द्वारा जन्माष्टमी पर्व 06 सितंबर 2023, बुधवार के दिन धूमधाम से मनाया जाएगा।