जरयाल बोले
चंबा: मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से कुछ ही वोटों से भले ही बिक्रम जरयाल हार गए हों लेकिन कोर्ट में चल रहे एक मामले में अदालत ने भटि्टयात के पूर्व विधायक बिक्रम जरयाल को आरोपमुक्त कर दिया है। इस मामले को अपनी फेसबुक वॉल पर शेयर करते हुए पूर्व विधायक ने लिखा है।
‘’ सत्य परेशान हो सकता है किन्तु पराजित नहीं…
2017 विधानसभा चुनावों में मेरे और भाजपा के 20 कार्यकर्ताओं के ऊपर तत्कालीन कॉंग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप सिंह पठानिया व उनके साथ तथाकथित PSO कुश चौहान ने मारपीट का झूठा केस दर्ज करवाया था।
हमने कानून व्यवस्था और न्यायपालिका पर अटल विश्वास रखते हुए, पिछले सात सालों से यह कानूनी लड़ाई लड़ी और पिछले कल अदालत ने हमारे पक्ष में न्याय सुनाते हुए सभी को बाइज़्ज़त बरी किया ।
यहां काबिलेगौर ये भी है कि भाजपा की सरकार के समय में बिक्रम जरयाल ने कुलदीप पठानिया से खुद के मामला वापिस लेने की बात कही हे लेकिन दूसरे पक्ष ने ये स्वीकार नहीं किया। बिक्रम जरयाल भले ही आरोप मुक्त हो चुके हैं लेकिन उन्हें एक बात का रंज आज भी है।
बकौल जरयाल उनके भतीजे को इस झुठे षड़यंत्र के कारण पुलिस की नौकरी नहीं मिल पाई। उन्होंने बताया कि एक साजिश ने अस युवा के पुलिस में भर्ती होने के अरमानों का गला घोंट दिया। उन्होंने कहा कि एक पूर्व सैनिक होने के नाते वो हमेशा सच के रास्ते सपर चले हैं।