मानसून
हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। इसके साथ ही प्रदेश में कई जगहों पर भू-स्खलन होने से काफी नुकसान हुआ है। कई सडक़ें पर आवाजाही अभी भी बंद है। शनिवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला चलता रहा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने लाहुल-स्पीति और किन्नौर जिला को छोडक़र बाकी सभी जिलों के लिए दो अगस्त तक यलो अलर्ट जारी किया है।
चार अगस्त तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा। वहीं गत शुक्रवार रात को रामपुर शिमला में 72.6, कोटखाई 43.4 और कटौला मंडी में 41.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। ब्रौनी खड्ड के पास भू-स्खलन से नेशनल हाईवे-5 वाहनों की आवाजाही के लिए दो दिन से बंद है। किनौर का सडक़ संपर्क शिमला से कटा हुआ है। एनएच बंद होने से रामपुर और झाकड़ी में बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं।
एनएच प्राधिकरण के लिए ब्रौनी खड्ड को बहाल करना चुनौती बना हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में दो एनएच समेत 468 सडक़ें अभी भी बंद हंै। इसके कारण कई क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था बंद है। वहीं प्रदेश भर में 6659 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। इसके कारण लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में तीन से चार दिन बाद लोगों को पानी की सप्लाई आ रही है। राज्य में 632 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं। शिमला में सबसे अधिक 391, मंडी 115 व कुल्लू में 120 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हैं।
मॉनसून ने ली 187 लोगों की जान
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून के कारण अभी तक प्रदेश भर में 187 लोगों की जान जा चुकी है। 215 लोग घायल हैं और 34 लोग लापता हैं।