गगल एयरपोर्ट
धर्मशाला। कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में आने वाले प्रभावितों को अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में मुआवजा मिल सकता है। एयरपोर्ट के लिए भूअधिग्रहण का राजपत्र प्रकाशित होने के बाद अगले दो माह दावे-आपत्तियों का दौर चल रहा है। इसके बाद 15 दिन अन्य प्रक्रिया निपटाई जाएगी, तदोपरांत प्रभावितों का मुआवजा उनके खातों में आ जाएगा। मौजूदा समय में प्रशासन एयरपोर्ट के दायरे में आने वाली जमीन के बाद भवनों व अन्य चीजों की स्टडी कर रहा है। गगल एयरपोर्ट के विस्तारीरण कांगड़ा तहसील के 10 टीके और शाहपुर के चार टीके आए हैं।
कांगड़ा तहसील सनौरा, ढुगियारी खास, सनौरा, गगल खास, सहौड़ा, बाग, बरस्बालकड़, मुंगरेहड़, झिकली इच्छी, बल्ला, मटौर शामिल है।
इसी तरह शाहपुर से भड़ोत, रछियालू, कियोड़ी आदि क्षेत्र शामिल हैं। दूसरी ओर प्रभावितों को बसाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें उन्हें इन्हीं पंचायतों के निकटवर्ती इलाकों में जमीन का चयन किया जा रहा है। प्रत्येक प्रभावित को मकान बनाने के लिए 6 मरले जमीन दी जाएगी। चार गुना मुआवजा चाहिए प्रभावित इलाकों के लोगों की सीधी मांग है कि उन्हें जमीन का चार गुना मुआवजा दिया जाए। साथ ही भवनों की भी उचित राशि प्रदान की जाए।
गगल का बड़ा असर होगा गगल कस्बा धर्मशाला का प्रवेशद्वार है। इस कस्बे में अभी खूब व्यापार है। विस्तारीकरण से सारा व्यापार खत्म हो जाएगा। यही कारण है कि लोगों को भविष्य की चिंता सता रही है। इस बारे में पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान ने कहा कि गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसमें प्रभावितों को मुआवजे के साथ पुनर्वास के प्रयास चल रहे हैं। जनभावनाओं का ख्याल रखा जा रहा है।