काँगड़ा जिले में एनपीए
नवनियुक्त डाॅक्टरों के एनपीए को बंद करने के विरोध में जिला कांगड़ा के अस्पतालों में डाॅक्टरों ने सुबह साढ़े नौ से 11 बजे तक पेन डाउन हड़ताल शुरू की। इस दौरान टांडा अस्पताल की संयुक्त कार्रवाई समिति के सदस्यों ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से नवनियुक्त डाॅक्टरों का एनपीए बंद करने को लेकर अधिसूचना जारी की गई है, जोकि सरासर अन्याय है। सदस्यों ने कहा कि इससे निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही सदस्यों ने सरकार से कॅरिअर प्रगति योजना के तहत प्रस्तावित भत्ता बढ़ाने और इसमें शैक्षणिक भत्ता जोड़ने की मांग भी की।
समिति के सदस्यों ने बताया कि पिछली सरकार ने साल 2022 में हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारियों के लिए आरएंडपी रूल बनाया था। इसमें प्रस्तावित और शैक्षणिक भत्ता बढ़ाने की बात की गई थी जिस पर वर्तमान सरकार फैसला ले। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सरकार मांगों पर शीघ्र फैसला लेगी। वहीं जोनल अस्पताल धर्मशाला में भी सोमवार को अस्पताल के चिकित्सकों ने पेनडाउन हड़ताल की शुरुआत की। इस दौरान हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर एसोसिएशन जिला कांगड़ा के महासचिव डॉ. उदय ने बताया कि एनपीए बंद करने के फैसले को लेकर अस्पताल के चिकित्सकों ने शुक्रवार और शनिवार को काले बिल्ले लगाकर सेवाएं दीं। वहीं राज्यस्तरीय कार्यकारिणी के दिशा-निर्देशों पर सोमवार को अस्पताल में सभी डाक्टरों ने सुबह साढ़े नौ बजे से 11 बजे तक पेन डाउन हड़ताल की।