50 से 70 रुपये प्रति किलो
50 से 70 रुपये प्रति किलो बिकने वाला हरा मटर अब मुश्किल से 20 रुपये किलो बिक रहा है। सोमवार को कुल्लू की सबसे बड़ी भुंतर सब्जी मंडी में मटर की बोली पांच रुपये सेे शुरू होकर 20 रुपये तक लगी है। इन दिनों भारी मात्रा में मटर की खेप मंडियों में पहुंच रहा है। शुरुआत में मटर का भाव 50 रुपये से भी अधिक में बिक रहा था। इन दिनों किसानों ने मटर को तुड़ान जोरों पर शुरू कर दिया है। परंतु उचित दाम न मिलने से किसानों को झटका लगा है। किसानों को अच्छे ग्रेड के मटर के दाम 20 रुपये मिल रहे हैं। जबकि बी ग्रेड पांच रुपये में बिका है। खेत खलिहानों में मटर की फसल तैयार होने से किसान सस्ते रेट में मटर को बेचने को विवश है।
दूसरी तरफ सब्जी की दुकानों में मटर 40 रुपये में बिक रहा है। किसान होशियार सिंह, धर्म सिंह, रमेश लाल, सुंदर सिंह तथा आलम चंद ने कहा कि उन्होंने मटर की बीज 150 से 200 रुपये किलो खरीदा था। लेकिन अब मटर की बिजाई, निराई व खाद आदि का खर्च भी नहीं निकल रहा है। वहीं, मटर को मंडी तक पहुंचाने का किराया अलग है। शुरुआत में मटर 50 से अधिक रेट में बिक रहा था, मगर अब 20 रुपये तक रेट गिर गया है। ऐसे में किसान रेट को लेकर परेशान हैं। पिछले साल मटर 80 रुपये से अधिक भी रेट में बिका था। कृषि विभाग का कहना है कि मटर की अच्छी फसल होने के कारण इस बार मटर के रेट में गिरावट आई है। कृषि विभाग के उप निदेशक पंचबीर ठाकुर ने कहा कि जिले में मटर का सीजन चल रहा है। मंडी में अधिक मटर आने से दाम में गिरावट में आ रही है। एपीएमसी कुल्लू की सचिव शगुन सूद ने कहा कि श्रीनगर का मटर भी मंडियों में आना शुरू हो गया है। साथ ही कुल्लू में इस बार अधिक बारिश होने से मटर की फसल काली पड़ गई है। ऐसे में दाम में गिरावट आई है।