विक्रमादित्य सिंह बोले
लोक निर्माण विभाग एवं युवा सेवाएं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि मैं इस बात को रूल आउट नहीं करूंगा कि भविष्य में केंद्र सरकार कांग्रेस नेताओं पर ईडी के माध्यम से किसी भी तरह का दवाब नहीं बनाएगी। प्रतिभा सिंह को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने का कोई कारण लगता नहीं है। रघुवीर सिंह बाली मेरे बड़े भाई की तरह हैं। हम मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं। विक्रमादित्य सिंह ने कई महत्वपूर्ण सियासी मुद्दों पर खुलकर बात की।
प्रश्न: जय श्रीराम, जय बजरंगबली जैसे नारों से आप राजनीतिक गलियारे में क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर: कांग्रेस भ्रमित नारों से नहीं बल्कि विकास के बल पर वोट मांगती है। देश और प्रदेश में हिंदुत्व के प्रसार में कांग्रेस सरकार ने ही ज्यादा काम किया है। भाजपा हिंदुत्व के नाम पर गलत धारणा बनाने की कोशिश कर रही है। मैंने हमेशा कोशिश की है कि धर्म और जाति की राजनीति से ऊपर उठकर बात की जाए।
प्रश्न: क्या गांरटी है कि भविष्य में आप और आपका परिवार भाजपा में नहीं जाएगा?
उत्तर: हिमाचल में विधानसभा चुनाव सभी नेताओं ने मिलकर लड़ा और जीत हासिल की थी। जीत में हर नेता का सहयोग रहा है। मेरे और मेरे परिवार के नैतिक मूल्य हैं। भाजपा के साथ हमारी विचारधारा मेल नहीं खाती है। भाजपा में जाने की बातें निराधार हैं। हम सभी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं।
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि केंद्र सरकार ईडी के मामले में दबाव बनाकर आपको मिशन लोटस का हिस्सा बना सकती है।
उत्तर: इस बात को मैं बिल्कुल रूल आउट नहीं करूंगा। केंद्र सरकार हर चीज का इस्तेमाल कर सकती है। मेरे पिता के ऊपर ईडी के झूठे केस बनाए गए थे। भविष्य में सब पर दबाव बनाया जा सकता है लेकिन हम कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के साथ खड़े हैं।
प्रश्न: नगरोटा बगवां में महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम में विधायक रघुवीर सिंह बाली को नहीं बुलाया गया, क्या मतभेद अभी तक खत्म नहीं हुए।
उत्तर: नगरोटा बगवां में गैर राजनीतिक कार्यक्रम था। मैं तो केवल मेहमान के रूप में गया था। कार्यक्रम में किसको बुलाना या नहीं बुलाना, यह मेरा काम नहीं है। विधायक रघुवीर बाली हमारे सम्मानित नेता और बड़े भाई हैं।
प्रश्न: प्रतिभा सिंह को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने की बातें चल रही हैं, क्या कहेंगे।
उत्तर: प्रदेशाध्यक्ष पद की तैनाती हाईकमान का अधिकार होता है। प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में सभी नेताओं के सहयोग से उपचुनाव, विधानसभा चुनाव और नगर निगम शिमला के चुनाव जीते हैं। अकसर ऐसा होता है कि जब कोई चुनाव हारे तो पद से हटाया जाता है। जहां पर अच्छी परफारमेंस हो, वहां पर इनाम दिया जाता है।