हिमाचल की सैन्य
हिमाचल की सैन्य छावनियों की पंजाब की छावनियों से जोड़ने के लिए हिमाचल में मेगा हाईवे बनाए जाएंगे। इसके लिए कसरत शुरू हो गई है। ऊना में जिले में निजी एजेंसी ने सर्वे भी शुरू कर दिया है। एनएचएआई की ओर से 70 किलोमीटर सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्गों को स्तरोन्नत मेगा हाईवे में बदला जाएगा। इसकी चौड़ाई 90 फीट होगी। बेहतर और खुले मार्ग से सैन्य सामग्री को ले जाना भी सुगमता से हो सकेगा। इस हाईवे की क्षमता ऐसी होगी कि जरूरत पड़ने पर यहां हवाई जहाज भी उतारा जा सकेगा।
फोरलेन की तरह चौड़ा मेगा हाईवे बनने केवल स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा। वहीं अंबाला छावनी से सेना का संपर्क पठानकोट आदि अन्य छावनियों से भी सुगम होगा। इसके लिए ऊना और हरोली विधानसभा क्षेत्रों के मार्गों पर सर्वे एजेंसी की टीम कई दिनों से डेरा जमाए हुए है। ऊना से वाया नंगड़ा होते हुए मार्ग पर टीम सर्वे करने में जुटी है। सर्वे प्रतिनिधियों की मानें तो वर्तमान में सामरिक दृष्टि वाले इन मार्गों की चौड़ाई 35 फीट के करीब है। मेगा हाईवे बनने पर इनकी चौड़ाई 90 फीट हो जाएगी। मेगा हाईवे करीब फोरलेन मार्ग जैसा ही होगा। मेवा हाईवे को आगे जाकर चंडीगढ़ और पठानकोट हाईवे से जोड़ा जाएगा।
बड़ी बात यह है कि यह प्रोजेक्ट भारतमाला के अंतर्गत पूरा होना प्रस्तावित है। शिमला से वाया मैहतपुर, रायपुर सहोड़ा होते हुए हाईवे की संभावना देखी जा रही है। मेगा हाईवे को टाहलीवाल, हरोली और पंडोगा होते हुए होशियारपुर पंजाब तक लेकर जाने की योजना है। टाहलीवाल क्षेत्र में मार्ग पर निजी कंपनी के प्रतिनिधि सर्वे को पूरा कर चुके हैं। एनएचएआई करेगी निर्माण सूत्रों की मानें तो मेगा हाईवे का निर्माण का कार्य एनएचएआई करेगी। सेना के आग्रह के बाद डिफेंस मार्गों को अपग्रेड कर मेगा हाईवे बनाया जाएगा। इस हाईवे पर जरूरत पड़ने पर यहां हवाई जहाज भी उतारा जा सकेगा। हालांकि सर्वे कार्य में इन पहलुओं पर कार्य होना शेष है। इसके बाद यह सभी चीजें धरातल पर उतरना शुरू होंगी। बीते एक सप्ताह से सर्वे कार्य किया जा रहा है। करीब 70 किलोमीटर मार्गों को मेगा हाईवे में तब्दील किया जाएगा। सर्वे टीमें इसके लिए जुटी हुई हैं। -महेंद्र कुमार, सर्वे इंजीनियर, निजी कंपनी।