फोरलेन में तबदील
फोरलेन में तबदील हो रहे नेशनल हाईवे के उद्घाटन की तारीख तय हो गई है। कीरतपुर-मनाली के बीच छह चरणों में तैयार हो रहे 191 किलोमीटर लंबे फोरलेन के दो चरण अगले महीने शुरू हो जाएंगे। इनमें एनएचएआई ने सबसे पहले सुंदरनगर बाइपास के उद्घाटन की तैयारी की है, जबकि इसके बाद जून महीने के आखिर तक कीरतपुर से नेरचौक तक के हिस्से को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। हालांकि खराब मौसम की वजह से एनएचएआई को खासा नुकसान झेलना पड़ा है।
अप्रैल और मई में ज्यादातर समय बारिश होने की वजह से काम पूरा नहीं हो पाया। कुछ जगहों पर कच्ची मिट्टी से मलबा नेशनल हाईवे तक आ पहुंचा। इन सभी मुश्किलों के बावजूद एनएचएआई ने 15 से 30 जून के बीच में दोनों हिस्सों का उद्घाटन करने का फैसला किया है। इस मार्ग पर यातायात शुरू होने के बाद कीरतपुर से नेरचौक की दूरी में करीब 37 किलोमीटर का अंतर आएगा। यह दूरी कम होकर 77 किलोमीटर रह जाएगी। गौरतलब है कि कीरतपुर से नेरचौक के बीच बन रहे इस फोरलेन में पांच सुरंगों और 22 बड़े पुलों का निर्माण किया गया है। एनएचएआई इस मार्ग पर जल्द ही ट्रायल भी शुरू करेगा। इसके बाद फोरलेन को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। मौजूदा समय में एनएचएआई मार्ग की अंतिम तैयारी में जुटा है।
इस नेशनल हाईवे पर चार टोल प्लाजा भी स्थापित किए जाएंगे। कीरतपुर-मनाली नेशनल हाईवे की बात करें तो छह चरणों में इसका काम पूरा होना है। इसमें से टकोली से कुल्लू और कुल्लू से मनाली तक का हिस्सा पूरा हो चुका है। यहां एनएचएआई ने एक टोल भी स्थापित किया है, जबकि नेरचौक से पंडोह और पंडोह से टकोली तक का निर्माण कार्य जारी है। इन दोनों हिस्सों के अगले साल मार्च तक पूरा होने की संभावना है। कीरतपुर से नेरचौक तक का उद्घाटन जून महीने के अंत तक होने की समयसीमा एनएचएआई ने तय की है। इसमें सुंदरनगर बाइपास को भी शामिल किया गया है। उधर, एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि मौसम के खराब रहने की वजह से काम प्रभावित हुआ है, लेकिन एनएचएआई ने स्थिति को संभाल लिया है और संबंधित कंपनी को जून महीने में सभी बाकी बचे काम पूरे करने के आदेश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि फोरलेन का निर्माण पूरा होने के बाद लोगों की यात्रा जल्द और सुरक्षित होगी। एनएचएआई तय समय पर ही नेशनल हाईवे को फोरलेन में बदलने का काम पूरा करेगी। (एचडीएम) फोरेस्ट क्लीयरेंस की कतार में सात नेशनल हाईवे हिमाचल में सात नेशनल हाईवे पैकेज अभी मंजूरी के लिए कतार में हैं। इन पैकेज को फोरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल पाई है। एनएचएआई ने अक्तूबर से नेशनल हाइवे को फोरेस्ट क्लीयरेंस की मंजूरी के लिए भेजना शुरू कर दिया था। दिसंबर तक आठ नेशनल हाइवे के प्रस्ताव भेजे गए थे। इनमें से अभी तक केवल एक ही नेशनल हाइवे को फोरलेन में बदलने की स्वीकृति मिली पाई है, जबकि सात अन्य के लिए अभी भी मंजूरी का इंतजार चल रहा है। कालका-शिमला नेशनल हाइवे पर कैंथलीघाट से शकराल तक फोरलेन को मंजूरी मिली है। राज्य सरकार ने फोरेस्ट क्लीयरेंस के मामलों में तेजी लाने के लिए डीसी और वनमंडल अधिकारी की निगरानी में समिति का गठन भी किया है। इसके बाद यह संभावना है कि फोरस्ट क्लीयरेंस को जल्द मंजूरी मिलेगी।