छह माह बाद फोर बाई फोर
सामरिक महत्व का 427 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह मार्ग फोर बाई फोर वाहनों के लिए बहाल हो गया है। सोमवार देर शाम को सीमा सड़क संगठन ने लाहौल-स्पीति प्रशासन को रोड क्लीयरेंस की सूचना दी। प्रशासन ने 16 मई से लाहौल के पटसेउ से आगे लेह तक फोर बाई फोर और चेन वाले वाहनों को जाने की अनुमति दे दी है। शुरुआती दौर में जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को अनुमति दी है, जबकि पर्यटकों को अभी कुछ दिन तक इंतजार करना होगा। छह महीने 8 दिन बाद मनाली-लेह मार्ग के पटसेउ से आगे स्थानीय लोगों को राहत दी है।
सामरिक महत्व के इस मार्ग के खुलने से कुल्लू, मनाली और लाहौल घाटी में आने वाले सैलानियों में खुशी है। मौसम साफ होते ही जल्द पर्यटक और सेना की कानवाई भी मनाली-लेह मार्ग पर दौड़ती हुई नजर आएगी। हालांकि, बीआरओ ने इस वर्ष इस मार्ग को रिकॉर्ड समय में 25 मार्च को बहाल कर दिया था, मगर अप्रैल से लेकर मई तक बर्फबारी होने से इस बार मनाली- लेह मार्ग पिछले साल के मुकाबले करीब दो सप्ताह देरी से खुला है। पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि सोमवार देर शाम को बीआरओ ने रोड क्लीयरेंस की सूचना मिलने के बाद फोर बाई फोर वाहनों को अनुमति दी है।
कहा कि मौसम साफ रहता है तो जल्द पर्यटकों के लिए भी मार्ग को खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मंगलवार को मनाली की तरफ से सुबह 9:00 से 11:00 तक फोर बाई फोर फोर चैन वाले वाहनों को सरचू से हो करने के लिए भेजा जाएगा। ये सभी वाहन सिर्फ स्थानीय लोगों के ही होने चाहिए। बताया कि 16 मई को मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग में केवल स्थानीय फोर बाई फिर और चैन वाले वाहन दारचा से सरचू एकतरफा यातायात के लिए सुबह 8.00 बजे से 11.00 बजे के बीच जाने की अनुमति दी जाएगी। दारचा- शिंकुला मार्ग में स्थानीय फोर वाई फोर और चैन वाले वाहनों को एकतरफा यातायात और आवश्यक सेवा के लिए सुबह 7.00 बजे से 10.30 बजे के बीच अनुमति होगी।