स्कूल में तीसरी कक्षा
हरोली उपमंडल की प्राथमिक स्कूल में तीसरी कक्षा के छात्र की निर्मम पिटाई करने वाले शिक्षक (जेबीटी) को प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। इस संबंध में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र चंदेल ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही शिक्षक को बीईईओ कार्यालय ऊना हेडक्वार्टर फिक्स किया गया है।
मामले में प्रारंभिक जांच में शिक्षक ने अपनी गलती मान ली थी और दोबारा ऐसा न करने की बात कहते हुए परिजनों से समझौता कर लिया था। शिक्षक पर आरोप है कि थप्पड़ मारने से छात्र के चेहरे पर निशान पड़ गए थे। घटना के बाद सहमा बच्चा स्कूल जाने से भी कतरा रहा है। यह मामला पंचायत प्रधान के समक्ष भी उठाया गया था। परिजनों के अनुसार सात वर्षीय बच्चे की निर्मम पिटाई सवाल का जवाब न देने पर शिक्षक ने की थी। बच्चे की मां का आरोप है कि बच्चे को एक के बाद एक चार थप्पड़ अध्यापक ने जड़ दिए थे।
मामला सामने आने के बाद अध्यापक ने घर आकर अपनी गलती मानने के साथ ही माफी भी मांग ली थी। मामला मीडिया में प्रकाशित होने के बाद प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र चंदेल के पास पहुंचा। उन्होंने मामले की जांच करवाई। बीईईओ की जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि शिक्षक ने अपनी गलती मान ली है और दोबारा इस तरह की गलती न करते हुए परिजनों के साथ समझौता कर लिया है। यह रिपोर्ट मिलने के बाद प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र चंदेल ने सभी पहलुओं को ध्यान रखने के बाद शिक्षक को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
इनसेट
बच्चे की पिटाई के मामले में शिक्षक को सस्पेंड किया गया है। शिक्षक को बीईईओ कार्यालय ऊना हेडक्वार्टर फिक्स किया गया है। मामले में सभी पहलुओं की गहनता से जांच परखने के बाद नियमानुसार कार्रवाई अमल पर लाई गई है। -देवेंद्र चंदेल, उपनिदेशक, प्रारंभिक शिक्षा विभाग ऊना।