पिंजौर-बद्दी-नालागढ़
पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ फोरलेन की जद में आए 44 कब्जाधारकों में से 20 ने अपने कब्जा हटा लिए हैं। विभाग ने इन कब्जा धारकों को 18 अप्रैल को नोटिस जारी किया था। नोटिस जारी करने के साथ ही 20 लोगों ने अपने कब्जे हटाने शुरू कर दिए हैं। बद्दी-नालागढ़ फोरलेन मार्ग निर्माण कार्य जोरों पर है। 18 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर 460 लोगों के मकान आए थे। इनमें से 44 लोगों ने न तो मुआवजा लिया और न ही अपने कब्जे हटाए। इससे निर्माण कार्य करने वाली कंपनी को दिक्कत हो रही है और निर्माण कार्य धीमा हो रहा है।
जो लोग जानबूझ कर मुआवजा नहीं ले रहे थे और अपनी दुकानों को किराए पर चढ़ाया हुआ था ऐसे मकान मालिकों को जिला प्रशासन की ओर से अंतिम बार नोटिस जारी किया गया। नोटिस जारी होने के बाद 20 संचालकों ने कब्जे तोड़ लिए है। अब दो दर्जन के करीब लोग ही कब्जा धारक रह गए है। प्रशासन ने कब्जा धारकों को 21 दिन का समय दिया है। अगर 21 के दिन के भीतर नहीं तोड़ते तो प्रशासन इनके ऊपर से बुलडोजर चला देगा। फोरलेन निर्माण कार्य देख रहे विशेष अधिकारी सुभाष सकलानी ने बताया कि पहले 44 मकान मालिक ऐसे थे जो अपना कब्जा नहीं हटा रहे थे लेकिन प्रशासन की ओर से नोटिस जारी करने के बाद 20 लोगों ने अपने कब्जे हटाने शुरू कर दिए है। अब दो दर्जन कब्जा धारक ही बचे है। अगर यह निर्धारित समय पर कब्जा नहीं हटाते तो प्रशासन बाद में स्वयं इसके कब्जा हटा देगा।