प्रदेश में बनाए गए
प्रदेश में बनाए गए गेहूं खरीद केंद्रों में दो सप्ताह में 835 एमटी गेहूं की खरीद हुई है। किसानों को गेहूं की फसल का अब तक 99 लाख का भुगतान जारी किया गया है। गेहूं की फसल बेचने के लिए पोर्टल पर जाकर अपनी फसल का ब्यौरा भरने के बाद किसानों का गेहूं की फसल बेचेने के लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए पहली अप्रैल, 2023 से पोर्टल खोल दिया है। प्रदेश में पहली बार दस मंडियां बनाई गई हैं, जिसमें अनाज मंडी फतेहपुर, रियाली, मीलवां जिला कांगड़ा, धौलाकुआं, कालाअंब, पावंटा साहिब जिला सिरमौर, मार्केट यार्ड नालागढ़, मलपुर बद्दी जिला सोलन तथा मार्केट यार्ड टकारला, रामपुर जिला ऊना शामिल है। इस मंडियों के माध्यम से किसानों से गेहूं फसल की जा रही है। प्रदेश के दस गेहंू खरीद केंद्रों में 835 एमटी गेहूं की फसल की खरीद की गई है।
गेहूं खरीद के लिए 1015 किसानों ने विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है। किसानों को गेंहू की फसल का 99 लाख का भुगतान किया है। प्रदेश में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। किसानों को फसल बेचने के टोकन नंबर जारी प्रदेश के किसान खाद्य आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद किसानों को गेहंू की फसल बेचने के लिए टोकन नंबर और तिथि बताई जाएगी। पोर्टल पर बताई गई तिथि के अनुसार किसान गेहंू खरीद केंद्र में जाकर टोकन नंबर के साथ अपनी फसल बेच पाएंगे। एक मोबाइल नंबर पर एक ही पंजीकरण संभव है। मोबाइल फोन से पोर्टल पर करवाएं पंजीकरण प्रदेश के किसान विभाग के इस पोर्टल पर किसी कम्प्यूटर कैफे और किसी भी लोकमित्र केंद्र पर जाकर जा फिर मोबाइल फोन पर पोर्टल पर पंजीकरण करवा सकते हैं। पोर्टल पर पंजीकरण करवाने पर विभाग के पोर्टल पर किसानों को पंजीकरण करवाने के लिए आधार नंबर, बैंक खाता, फलस एवं भूमि सहित अन्य जानकारी अपलोड करनी होगी।