नगर निगम शिमला
नगर निगम शिमला का चुनाव लड़ रहे 22 उम्मीदवार करोड़पति हैं तो दो उम्मीदवारों ऐसे भी हैं जिनके पास नकदी के नाम पर एक पैसा नहीं है। इसके अलावा नहीं तीन उम्मीदवारों के पास नकदी तो है लेकिन इनके बैंक खाते नहीं हैं। बारह प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से दो प्रत्याशी हत्या के केस दर्ज हैं। शपथ पत्र में इन उम्मीदवारों ने खुद इस बात की जानकारी दी है। गंभीर आरोपों का सामना करने वालों में से कई पर विभिन्न पुलिस थानों में हत्या, विश्वासघात, छेड़छाड़ और आपराधिक धमकी के मुकदमे चल रहे हैं।
इसमें छह प्रत्याशियों पर महिलाओं से छेड़छाड़, अश्लील हरकतें करने और आपराधिक धमकी देने तक के मुकदमे दर्ज हैं। दो प्रत्याशियों के खिलाफ जालसाजी और गृह-अतिचार के मुकदमे चल रहे हैं। इसके अलावा कृष्णानगर से प्रत्याशी अमित कुमार ने अपने पास नकदी शून्य दिखाई है। इनके एचपीएससीबी में शून्य, पीएनबी में 50 रुपये और ऐयरटेल पेमेंट बैंक में 460 रुपये हैं।
समरहिल वार्ड से वीरेंद्र ठाकुर ने भी शपथ पत्र में नकदी शून्य दिखाई है। इसी वार्ड से बाबू राम के पास 10 हजार की नकदी है, जबकि बैंक में शून्य बैलेंस है। कनलोग वार्ड से महिला प्रत्याशी आरती शर्मा का बैंक खाते में पैसे नहीं है। आजाद प्रत्याशी अनिल कौंडल के पास 2 हजार की नकदी है जबकि बैंक बैलेंस 40 रुपये हैं। चुनाव में दो राजनीतिक दलों ने दो अनपढ़ प्रत्याशियों पर दाव खेला है। इसके अलावा 22 प्रत्याशी आठवीं से भी कम पढ़े हैं।
ये हैं करोड़पति प्रत्याशी
एमसी चुनाव में करोड़पति की सूची में 22 उम्मीदवार शामिल हैं। उम्मीदवारों ने शपथपत्र में चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा दर्ज किया है। आंकड़ों के मुताबिक प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा सिमी नंदा की संपत्ति 8.50 करोड़ रुपये हैं। उमंग बंगा 7 करोड़ के साथ दूसरे और दीपक रोहल 5.5 करोड़ के साथ तीसरे स्थान पर हैं। इसी तरह राम रत्तन वर्मा ने 4.35, सपना ने 4.20, अनूप वैद्य ने 4.10, निशा ठाकुर ने 3.58, पूर्व महापौर सत्या कौंडल ने 3.40 और संजीव सिंह पिंकू ने 3.25 करोड़ की संपत्ति शपथ पत्र में दर्शाई हैं। इसके अलावा बाकी उम्मीदवारों की संपत्ति भी एक से तीन करोड़ तक हैं।