विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग
पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग घाटी में करवाए जा रहे पहले पैराग्लाइडिंग एकुरेसी प्री वर्ल्ड कप का शुभारंभ बुधवार 5 अप्रैल को प्रदेश पर्यटन विभाग के चेयरमैन आरएस बाली करेंगे। पांच से नौ अप्रैल तक चलने वाली इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पांच से आठ अप्रैल तक सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन भी किया जाएगा और इन सांस्कृतिक संध्याओं में नामी कलाकार प्रस्तुतियां देंगे।
प्रतियोगिता का समापन नौ अप्रैल को होगा और उसमें मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि होंगे। प्रतियोगिता का शुभारंभ बिलिंग स्थित टेक ऑफ प्वाइंट पर हवन के बाद होगा। हवन का आयोजन सुबह 10:00 बजे होगा और 11:00 बजे पायलटों के लिए विंडो ओपन की जाएगी। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने चौगान स्थित लैंडिंग साइट का दौरा किया और प्रबंधों का जायजा लिया।
उन्होंने डीएसपी पूर्ण चंद ठुकराल के साथ विचार विमर्श किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के निदेशक अनुराग शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता का सफल आयोजन होगा और इसके लिए सभी प्रकार की तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। इस अवसर पर संसदीय सचिव किशोरी लाल और बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
देर शाम तक फाइनल नहीं हुई प्रतिभागियों की सूची
पैराग्लाइडिंग के एकुरेसी प्री वर्ल्ड कप मैं भाग लेने वाले प्रतिभागियों की अंतिम सूची देर रात तक फाइनल नहीं हो सकी थी। खेल की सर्वोच्च संस्था पीडब्लूसीए के अनुसार इस प्रतियोगिता में 125 प्रतिभागी ही भाग ले सकते हैं। देर रात 10:00 बजे तक फाइनल हुई सूची के अनुसार प्रतियोगिता के लिए 84 प्रतिभागियों का चयन कर लिया गया था।
इसमें भारतीय सेना के 10 पायलट शामिल हैं, जबकि 13, नो सेना का एक और आसाम राइफल के 4 पायलट शामिल है। कुल 15 महिला पायलटों में से 10 भारतीय और पांच विदेशी हैं। पुरुष पायलटों में से नेपाल, स्पेन मलेशिया और नीदरलैंड के करीब दो दर्जन पायलट शामिल हैं।
बिलिंग दुनिया के सभी पायलटों की पहली पसंद: विजय
बिलिंग में होने वाले पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप में पर्यवेक्षक की भूमिका निभा रहे विजय सोनी भारत के सर्वश्रेष्ठ पायलटों में से एक हैं। अब तक 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके विजय सोनी बिलिंग को विश्व की सर्वश्रेष्ठ साइट में से एक मानते हैं। उपप्रतियोगिता के दौरान उपयोग किए जाने वाले उपकरण के बारे में उन्होंने बताया कि लैंडिंग स्थल पर एक गोला बनाया जाएगा और इसमें भी 10 मीटर का गोला बनाया जाएगा। इसके अंदर विभिन्न दायरे होंगे, जिसमें लैंडिंग करने वाले प्रतिभागियों को लक्ष्य के समीप आने पर अंक दिए जाएंगे।