केसीसी बैंक के चेयरमैन पठानिया ने कहा एक्शन लेने की बात, मामला गरमाते ही नेताओं के होंठ सिले
धर्मशाला में भाजपा
पोलिटिकल कैपिटल धर्मशाला बुधवार को एक बार फिर सियासी अखाड़ा बन गया। नगरोटा बगवां से पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता अरुण मेहरा ने प्रेस वार्ता में विवादों से घिरे रहने वाले केसीसी बैंक की डायरियां बांटकर सियासी हडक़ंप मचा दिया। करीब 12 बजे अरुण मेहरा की प्रेस वार्ता शहर के कपूर रेस्टोरेंट में हुई। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद पत्रकारों व अन्य लोगों को केसीसी बैंक की डायरियां बांटी। डायरियां बंटते ही धर्मशाला समेत पूरे हिमाचल में सियासी हडक़ंप मच गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि डायरियों के बांटने की घोषणा वार्ता से पहले ही कर दी गई थी। खैर, बीस मिनट की वार्ता के खत्म होते ही डायरियां सबके हाथ में थीं। डायरियां देखकर वहां मौजूद लोग उस समय हक्के बक्के रह गए, जब उनके हाथ में केसीसी बैंक की डायरियां आ गई। दरअसल प्रेस वार्ता में केसीसी बैंक के एक नोमिनेटेड डायरेक्टर चंद्रभूषण नाग भी मौजूद थे। वह कांगड़ा भाजपा जिलाध्यक्ष भी हैं।
खबर आज तक ने बैंक प्रबंधन से इस मसले की पड़ताल की तो वहां से बताया गया कि डायरेक्टर्ज केा बैंक के प्रचार प्रसार के लिए डायरियां दी गई हैं। अब सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार में लोग भाजपा के कार्यक्रमों में डायरियां क्यों बांट रहे हैं, इसकी पड़ताल की जाएगी। इसी बीच सोशल मीडिया के जरिए खबर सियासी गलियारों में फैली, तो हर किसी ने सरकार पर सवाल उठा दिए। लोग इस मामले के खूब मजे ले रहे हैं। कई लोग इसपर तंज कसते हुए इसे अनूठी व्यवस्था परिवर्तन बता रहे हैं। कुल मिलाकर इस मामले में नई नवेली कांग्रेस सरकार जनता की कसौटी पर है, तो अकसर विवादों में रहने वाला केसीसी बैंक भी दोबारा से सुर्खियों में है। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि अरुण मेहरा कूका ने मीडिया में वाहवाही लेने की खातिर भाजपा को भी संकट में डाल दिया है, तो कांग्रेस सरकार को भी असहज कर दिया है।
आपके जरिए यह मामला ध्यान में आया है। हमने बैंक की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए बैंक के डायरेक्टर्ज को डायरियां दी हैं। अब वे इन्हें किस जगह बांट रहे हैं, इसकी पड़ताल की जाएगी। कहीं कुछ गलत पाया गया, तो एक्शन लूंगा : कुलदीप पठानिया, चेयरमैन, केसीसी बैंक