बर्फबारी के चलते
पर्यटन सीजन का आगाज मनाली में अप्रैल के अंतिम सप्ताह से हो जाएगा लेकिन अभी से मनाली में पर्यटन सीजन के लिए होटलों की ऑनलाइन बुकिंग के लिए दुनिया भर में होड़ मची है। जानकारी के मुताबिक अभी तक मनाली के होटलों की ऑनलाइन बुकिंग में करीब 50 फीसदी तक इजाफा हुआ है। यही नहीं, यह बुकिंग का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं, मनाली में पर्यटन सीजन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने भी तैयारियां करना शुरू कर दिया है। यातायात और व्यवस्था बनाए रखने के लिए मनाली में पुलिस की ओर से चार रिजर्व बटालियन और होमगार्ड के करीब 300 जवानों की मांग की गई है। इन जवानों पर पर्यटन सीजन के दौरान यातायात और अन्य व्यवस्था बनाए रखने का जिम्मा रहेगा।
हजारों की संख्या में मनाली आती हैं गाड़ियां
गौर रहे कि पर्यटन सीजन के दौरान हजारों की संख्या में गाड़ियां मनाली में आती हैं। जिससे जाम की स्थिति पैदा होती है। इससे निपटना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है। इसलिए पुलिस अभी से अपनी तैयारी पुख्ता करने में जुटी है, जिससे पर्यटन सीजन के दौरान देश-विदेश के सैलानियों को किसी तरह की न दिक्कतें आएं। मनाली को आठ सेक्टरों को बांटा गया है। हर सेक्टर में अधिकारियों को जिम्मा दिया जाएगा।
इस बार कारोबारियों की चांदी
मनाली होटलियर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रोशन ठाकुर ने कहा कि मनाली और आसपास की पहाड़ियों में अप्रैल के पहले सप्ताह में भी बर्फबारी का सिलसिला नहीं रूका है। पहाड़ों पर बिछ रही सफेद चांदी को निहारने को लिए पर्यटन सीजन के लिए अधिक पर्यटक आने की संभावना है। पर्यटन सीजन के लिए अभी से ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो गई है। पर्यटन कारोबारियों को इस बार पर्यटन सीजन के दौरान बेहतर कारोबार होने की उम्मीद है।
पर्यटन सीजन को देखते हुए पुलिस ने अभी से तैयारी करना शुरू कर दिया है। पुलिस की चार रिजर्व बटालियन और होमगार्ड की एक बटालियन की मांग की गई है। सीजन के दौरान यातायात को सुचारू रखा जाएगा।
कोकसर में सैलानियों ने दी दस्तक
वहीं, जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के पर्यटन स्थल कोकसर में सोमवार को सैलानियों ने दस्तक दी। हालांकि पहले दिन कोकसर में कम संख्या में सैलानी स्नो प्वाइंट पहुंचे। दोपहर बाद घाटी में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हुआ, बर्फबारी का क्रम शुरू होने के बाद सैलानी मनाली की ओर वापिस लौटे। गौर रहे कि जिला प्रशासन ने बर्फ से लकदक क्षेत्र कोकसर तक सैलानियों को भेजने का निर्णय लिया है लेकिन सोमवार दोपहर बाद हल्की बर्फबारी शुरू हुई, ऐसे में कारोबारियों का काम भी ठप रहा।
15,000 फीट ऊंचे कुंजम दर्रा पहुंची बीआरओ की मशीनरी
वहीं, बीआरओ कुंजम मार्ग को बहाल करने में जुटा हुआ है। बीआरओ की 108 आरसीसी की मशीनरी समदो काजा मार्ग बहाल करते हुए 15147 फीट ऊंचे कुंजम दर्रा तक पहुंच गई है। काजा से 78 और लोसर से 19 किलोमीटर दूर तक सड़क बहाल करते हुए टीम कुंजम दर्रा पहुंची। इसके बाद टीम के दर्रा से नीचे उतरते हुए 26 किमी दूर छोटादड़ा पहुंचकर ग्रांफू-काजा मार्ग बहाल किया जाएगा। इसके बाद स्पीति घाटी का संपर्क लाहौल और मनाली से जुड़ जाएगा। वहीं, ग्रांफू से छोटी डोहरनी तक चार किलोमीटर से बर्फ की ऊंची दीवार को काटकर मार्ग बहाल किया गया है।