टांडा मेडिकल कॉलेज
जिला काँगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज में एक मरीज को हिमकेयर कार्ड पर पांच लाख होने से भी सुविधा नहीं दी गई। डाक्टर राजेंद्र प्रसाद आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में हिमकेयर कार्डधारक को स्टंट के पैसे रिवर्समेंट करने से टांडा अस्पताल ने इनकार किया।
नगरोटा बगवां के गांव बड़ाई डाकघर सुनेहड के चमन सिंह ने छह फरवरी को टांडा अस्पताल के कार्डियोलोजी विभाग की कैथ लैब में स्टंट डलवाया था लेकिन उस समय टांडा अस्पताल ने हिमकेयर कार्ड पर स्टंट डालने से मनाकर दिया था और कहा था कि कैश पेमेंट डिपॉजिट करने के उपरांत ही स्टंट डाला जाएगा जिसके चलते चमन लाल ने कैश पेमेंट कर स्टंट डलवाया था। चमन सिंह ने 83 हजार रुपए स्टंट व छह हजार पांच सौ रुपए एंजोग्राफी, साढ़े पांच सौ की सीडी और दवाइयों के लिए अलग से कैश खर्च किया था। चमन सिंह ने कहा कि उस समय मेरे पास कोई अन्य विकल्प नहीं था। जब ‘दिव्य हिमाचल’ ने गंभीरता से हिमकेयर कार्ड पर मुफ्त इलाज का मुद्दा उठाया तो टांडा अस्पताल प्रशासन ने हिमकेयर कार्ड धारकों को तत्कालीन कैश पर इलाज करवाने वाले मरीजों को पैसा रिवर्समेंट करने का आश्वासन दिया था परंतु अब टांडा अस्पताल प्रशासन ने चमन सिंह को कैश में खर्च किए गए पैसों को लौटने से मना कर दिया जिसके चलते चमन लाल टांडा अस्पताल के चक्कर लगाकर हार चुका है।
चमन लाल ने बताया कि जब मेरे हिमकेयर कार्ड में पांच लाख रुपए स्टैंड हैं और मैंने सरकारी अस्पताल टांडा के कार्डियोलोजी विभाग की कैथ लैब में कैश देकर स्टंट डलवाया है पूरी पर्चियां और फाइल टांडा अस्पताल की बनी हैं तो मुझे मेरा पैसा क्यूं रिवर्स नहीं किया जा रहा। मेरे हिमकेयर कार्ड में पांच लाख का बेलेंस मौजूद है तो अस्पताल प्रशासन कैश राशि को हिमकेयर कार्ड से क्यूं नहीं काट रहा। चमन सिंह ने कहा कि मैं गरीब आदमी हूं कोर्ट कचहरी के चक्कर में नहीं पडऩा चाहता हूं पर प्रदेश व भारत सरकार से गुजारिश करना चाहता हूं कि किसी भी तरह के इलाज के लिए पांच लाख तक की मुफ्त राशि हिमकेयर व आयुष्मान कार्ड धारकों को सच में सुविधा दे रही है या मेरे साथ किए जा रहे छलावे की तरह गुमराह किया जा रहा है। चमन सिंह ने कहा कि पीजीआई चंडीगढ़ अस्पताल में आयुष्मान व हिमकेयर कार्ड पर कैश पर इलाज के बाद कार्ड से डिडक्ट करके खर्च किए गए पैसे को लौटा दिया जाता है तो फिर टांडा अस्पताल कैश में खर्च किए गए पैसों को क्यूं नहीं लौटा रहे। टांडा अस्पताल के प्रधानाचार्य डा. भानु अवस्थी ने कहा कि चमन सिंह हमारे पास आया था परंतु उसका हिमकेयर कार्ड छह फरवरी को आपरेशन के दौरान एक्टिव नहीं किया गया था इसलिए टांडा अस्पताल कैश पेमेंट को वापस नहीं कर सकता।