कांगड़ा की बीड़ बिलिंग घाटी में स्पेन, रशिया समेत पांच देशों को पैराग्लाइडर दिखाएंगे कलाबाजियां
हिमाचल में प्री-वर्ल्ड एक्यूरेसी कप 5 अप्रैल से
मोनिका शर्मा। धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित बैजनाथ के लिए विश्व प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग बीड़ बिलिंग घाटी में 5 से 9 अप्रैल तक प्री-वल्र्ड एक्यूरेसी कप का आयोजन किया जाएगा। बीड़-बिलिंग घाटी में में 6 साल के अंतराल के एक बार फिर विश्व के 5 देशों के 80 मानव परिंदे हवा में अठखेलिया करते नजऱ आएंगे। स्पेन, रशिया, नीदरलैंड, श्रीलंका, नेपाल सहित इंडिया के पैराग्लाइडिंग पायलट ने रजिस्ट्रशन करवाई है। इनमें 8 महिला पायलट भी शामिल हैं। इन देशों के पायलट फीस जमा करवा कर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। इनमें इंडिया के 69, नेपाल के 7, मलेशिया के 2, स्पेन और नीदरलैंड के एक पायलट ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। गौरतलब है कि प्री-वल्र्ड एक्यूरेसी कप इंडिया में यह पहली बार आयोजित होगा, जिसके लिए प्रदेश सरकार के पर्यटन विभाग और बीड़-बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ने तैयरियां शुरू कर दी हैं। पर्यटन विभाग और बीड़-बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। बीड़-बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रेजिडेंट अनुराग शर्मा ने कहा कि बीपीए ने 6 साल के अंतराल के बाद आयोजित होने वाले इस चैंपियनशिप की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि बीड़ बिलिंग में पहली बार इस अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप को आयोजित करने और बीड़-बिलिंग को वल्र्ड मैप पर लाने में धर्मशाला के विधायक और बीपीए के चेयरमैन और पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बीड़-बिलिंग घाटी में प्री-वल्र्ड एक्यूरेसी कप फेडरेशन एरोनॉटिकल इंटरनेशनल और पैराग्लाइडिंग वल्र्ड कप एसोसिएशन फ्रांस के दिशा निर्देशों पर ही इस चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। फेडरेशन एरोनॉटिकल इंटरनेशनल, गैर-सरकारी और गैर-लाभकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन जो दुनिया भर में खेल विमानन आयोजनों के संचालन को प्रोत्साहित और देखरेख करता है और विमानन विश्व रिकॉर्ड को प्रमाणित करता है।
एशिया में पहले नंबर पर है यह साइट
बीड़-बिलिंग पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व में दूसरे और एशिया में पहले स्थान पर है। दुनिया भर के पैराग्लाइडिंग के शौकिनों का बीड़-बिलिंग घाटी पसंदीदा स्थान है। दुनिया भर से साहसिक पर्यटन के शौकीन यहां पैराग्लाइडिंग करने के लिये यहां आते हैं।