जेबीटी बैचवाइज भर्ती से बीएड को बाहर रखा जाए
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
जेबीटी बैचवाइज भर्ती से बीएड को बाहर रखा जाए। प्रदेश सरकार 40 हजार जेबीटी की पुकार सुनकर राहत दो। जेबीटी को न्याय नहीं मिला, तो शिमला में जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। यही नहीं अपने हकों के लिए जेबीटी प्रशिक्षत संघ आमरण अनशन पर जाने से भी पीछे नहीं हटेगा। अपने हक के लिए मंगलवार को जेबीटी प्रशिक्षित संघ ने डीसी कांगड़ा डा. निपुण जिंदल के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को ज्ञापन भेजा।
जेबीटी प्रशिक्षित संघ के प्रदेश महासचिव जगदीश परयाल ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने इस वर्ग से अन्याय किया है, अब सुक्खू सरकार से उन्हें न्याय की आस है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जेबीटी बैचवाइज भर्ती में बीएड उम्मीदवारों को मौका दिया जा रहा है, जबकि हाईकोर्ट में इस फैसले पर स्टे है और सुप्रीमकोर्ट में भी मामला लंबित है।
ज्ञापन में संघ ने कहा कि पूर्व सरकार ने जेबीटी के आरएंडपी रूल्स में परिवर्तन किया था। उसमें भी आज तक जेबीटी बैचवाइज में जेबीटी न लगकर जम्मू से गलत तरीके से डिपलोमा लाकर यहां नौकरी हासिल की और भाजपा सरकार ने उन्हें संरक्षण भी दिया है। बाद में यूनियन द्वारा कुछ लोगों के फर्जी डिप्लोमा आरटीआई के माध्यम से मिले, अब मामला कोर्ट में लंबित है।
संघ महासचिव ने कहा कि जेबीटी बैचवाइज भर्ती से बीएड को बाहर रखकर 40 हजार जेबीटी से न्याय किया जाए। यदि सरकार सकारात्मक रुख नहीं अपनाती है तो शिमला में प्रदर्शन किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो हक के लिए आमरण अनशन से भी हम पीछे नहीं हटेंगे।